मऊ / पुलिस अधीक्षक सुशील घुले के निर्देशन में अपराध/अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी के कुशल पर्यवेक्षण में एसओजी टीम, थाना घोसी तथा थाना मधुबन पुलिस को उस वक्त अहम सफलता हाथ लगी जब चोरी की 10 मोटरसाइकिलों के साथ 04 शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया।दिनांक 26.02.2021 को थाना घोसी पुलिस को देखभाल क्षेत्र व चेकिंग के दौरान मुखबिर की सूचना मिली की कुछ संदिग्ध व्यक्ति तीन मोटरसाइकिल पर सवार होकर सिपाह की तरफ आ रहे है यदि जल्दी की जाये तो पकड़े जा सकते है। इस सूचना पर विश्वास कर प्रभारी निरीक्षक घोसी द्वारा एसओजी टीम व थाना मधुबन पुलिस द्वारा चैथी मिल के पास से तीन मोटरसाकिलों पर सवार चार व्यक्ति को चेकिंग के लिए रोका गया। पुलिस को देखकर उक्त मोटरसाइकिल सवार भागने की कोशिश करने लगे पुलिस द्वारा उक्त व्यक्तियों को पकड़ लिया गया। पूछ-ताछ में उन्होंने अपना नाम क्रमश-सफीउद्दीन उर्फ छोटू पुत्र नियामतउल्लाह निवासी खुरहट मुस्लिम बस्ती थाना रानीपुर जनपद मऊ, सोविन्द राम पुत्र बहादुर राम निवासी भीख्खमपुर कस्बा घोसी थाना घोसी जनपद मऊ, भरत तिवारी पुत्र गोपाल तिवारी निवासी पाउस थाना दोहरीघाट जनपद मऊ, नीरज भारती पुत्र बन्शी भारती निवासी सोमारीडीह थाना घोसी जनपद मऊ बताया गया।
भागने का कारण पूछने पर उक्त व्यक्तियों द्वारा बताया गया कि साहब ये मोटरसाइकिले चोरी की है इसलिए हम लोग भागने की कोशिश कर रहे थे ये मोटरसाइकिले हम लोग अलग अलग जगहों पर चोरी किये है, उसका नम्बर प्लेट बदल कर चलते है तथा ग्राहक खोज कर सस्ते दामों पर बेच देते है। उक्त बरामद गाड़ियों में से एक मोटरसाइकिल टीवीएस स्पोर्ट यूपी 54 एक्स 8936 थाना घोसी पर पंजीकृत मु0अ0सं0 130/21 धारा 379 से सम्बन्धित है जो कोतवाली घोसी गेट के बगल से चोरी हुयी थी। जब और कड़ाई से पूछताछ किया गया तो उनके द्वारा बताया कि साहब हम लोगो का वाहन चोरी का गिरोह है तथा हमारे पास और भी मोटरसाइकिलेे है कुछ गाड़िया नीरज भारती के घर है तथा कुछ गाड़िया सोविन्द राम के घर पर है, उनके निशानदेही पर नीरज भारती के घर से तीन अदद मोटरसाइकिल व साविन्द राम के घर से 04 मोटरसाइकिलों को बरामद किया गया।इस सम्बन्ध में उक्त अभियुक्तों के विरूद्ध थाना स्थानीय पर मु0अ0सं0 131/20 धारा 411,414,419,420,467,468,471 भादवि0 का अभियोग पंजीकृत कर चालान न्यायालय किया गया। साथ ही अन्य बरामद गाड़ियों के सम्बन्ध में आरटीओ कार्यालय से विवरण प्राप्त कर अग्रीम कार्यवाही की जा रही है।