अब्दुल गफ्फार खान

ब्रह्मपुर गोरखपुर / गुरुवार को सांय छह बजे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मुसैयद अली के शव को गांव से थोड़ी दूर पर स्थित उनके निजी जमीन में सेनानी सम्मान के साथ झंगहा पुलिस द्वारा गार्ड आफ आनर दिया गया उसके बाद परिजनों द्वारा मिट्टी दी गई। सेनानी का निधन बुधवार को हो गया था। परिजन गांव में ही अपने निजी जमीन में दफनाने की तैयारी कर रहे थे कि जानकारी होने पर ग्रामीणों ने रोक दिया। गांव में तनाव को देखते हुए गुरुवार को झंगहा पुलिस के अलावा एक प्लाटून पीएसी, चौरीचौरा, पिपराइच पुलिस, उप जिलाधिकारी चौरी चौरा अनुपम मिश्रा, तहसीलदार वीरेंद्र गुप्ता, नायब तहसीलदार अलका सिंह, एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी,सीओ चौरी चौरा कुलदीप तिवारी मौके पर पहुंच गए। बातचीत के बाद गांव से करीब सात सौ मीटर की दूरी पर स्थित सेनानी की निजी जमीन में ही सेनानी सम्मान के साथ उनको दफनाया गया।
झंगहा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गांव निवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी 110 वर्षीय मुसैयद अली का निधन बुधवार को हो गया था। उनके पुत्र शब्बीर हसन ने बताया कि वह वर्ष 1943 में आर्मी में भर्ती हुए थे। और रावल पिंडी से सेवानिवृत्त होने के बाद रोडवेज में भी नौकरी किए। दोनों विभागों से उन्हें पेंशन मिलती थी। सेनानी ने परिजनों से अपनी इच्छा जताई थी कि उनके शव को अपने निजी जमीन में ही दफन किया जाय।समाचार प्लस की पूरी टीम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी को को सेल्यूट करती है।