विनय कुमार गुप्ता

रुद्रपुर देवरिया। गोर्रा नदी के जलस्तर में गिरावट के बाद सिलहटा और करौता गांव के पास नदी के कटान से गांव के लोग दहशत में है। बुधवार को गोर्रा नदी की तेज धारा से बंधे की मिट्टी नदी में विलीन होकर बंधे को काट रही हैं सिचाई विभाग कटान को रोकने से हाथ खड़ा कर लिया है। कटान रोकने को लेकर कोई उपाय नही हो रहा हैं सिलहटा में पायलट प्रोजेक्ट के तहत मिट्टी की स्लोपिंग कर लाखो रुपये का कार्य चल रहा था जो नदी के कटान से पानी मे मिल गया।सिलहटा गांव के
रामानंद प्रसाद पांचू पप्रसा शम्भूनाथ सोलंकी ने कहा कि, गांव को बचाने को लेकर उदासीनता शुरू से ही दिख रही हैं। विभाग कटान को रोकने का कोई उपाय नही कर रहा लगातार मिट्टी कटकर नदी में विलीन हो रही हैं, जिससे बंधे पर खतरा बढ़ता जा रहा
बीडीसी सदस्य राजन यादव ने कहा की पायलट प्रोजेक्ट का कार्य केवल मिट्टी डालकर स्लोपिंग कर बन्द कर दिया गया, और कार्य दूसरे गांव में कराया गया समय रहते मिट्टी के ऊपर बोल्डर पिचिंग हो गया होता तो आज कटान नही होता गांव पर खतरा बरकरार हैं।
कटान की सूचना पर देर शाम राज्यमंत्री जयप्रकाश निषाद एसडीएम संजीव कुमार, बी डी ओ कार्तिकेय मिश्रा के साथ पहुचकर कटान का निरीक्षण किया।