🛑प्रयागराज राष्ट्र की रक्षा में अपनी अमूल्य सेवा प्रदान करने वाले कैप्टन प्रेम कुमार मिश्र का देहान्त 1 जनवरी 24 को उनके निजनिवास जनपद फतेहपुर में कुछ दिनों की अस्वस्थता के बाद हो गया।

आप सेवाअवधि में कई मेडल एवं सम्मान से सम्मानित हुये। अवकाश प्राप्ति के पश्चात माँ गंगा,यमुना और पावन सरस्वती के संगम और धर्म-अध्यात्म की नगरी प्रयागराज से अत्यन्त गहरा लगाव होने के कारण यहीं के निवासी हो गये। काव्य – साहित्य और समाजसेवा में आपकी विशेष रुचि रही।

जीवन पर्यन्त आप अनेक सामाजिक संस्थाओं के साथ जुड़कर अपनी समर्पित सेवायें देते रहे। कवि सम्मेलनों में अपने काव्यपाठ से सदैव युवाओं को राष्ट्र भक्ति और राष्ट्र रक्षा के लिये तत्पर रहने को प्रेरित करते रहे। दिवंगत मिश्र जी अन्तर्राष्ट्रीय ख्यातिलब्ध मुच्छनृत्य कलाकार “दुकान जी” के बहनोई थे।
राष्ट्रीय रामायण मेला समिति, प्रयागराज के दारागंज स्थित कार्यालय पर दिवंगत कैप्टन प्रेम कुमार मिश्र को भावभीनी श्रद्धाँजलि दी गयी एवं उनके सद्कार्यों को यादकर सभी की आँखें नम हो गयीं। श्रद्धाँजलि सभा में डाॅ शम्भूनाथ त्रिपाठी’अंशुल जी’, रंजना मिश्रा, शैलेन्द्र मिश्र, सतीश कुमार गुप्त, सुरेन्द्र मणि त्रिपाठी, तीर्थराज पाण्डेय, डाॅ अनन्त कुमार गुप्त, बृजेन्द्र सिंह आदि उपस्थित रहे।

भारतीय सांस्कृतिक परिषद के अल्लापुर स्थित कार्यालय पर कैप्टन प्रेम कुमार मिश्र को भावभीनी अश्रुपूरित विनम्र श्रद्धाँजलि दी गयी।
भारतीय सांस्कृतिक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष दुर्गेश दुबे ने कैप्टन साहब के निधन को राष्ट्र की अपूर्णनीय क्षति बताया। अवकाश प्राप्ति के बाद भी सदैव राष्ट्र-भक्ति की कविताओं के माध्यम से युवाओं को प्रेरित करने के कार्यों को स्मरण किया।

संस्था के महानगर अध्यक्ष सतीश कुमार गुप्त ने कैप्टन प्रेम कुमार मिश्र को भावभीनी श्रद्धाँजलि अर्पित की। उनके सहज और विनम्र व्यक्तित्व को याद कर सभी की आँखें नम हो गयी। श्रद्धाँजलि देने वालों का ताँता लगा रहा। विवेक चतुर्वेदी, शैलेन्द्र अवस्थी,मनोज पाण्डेय आदि “अधिवक्ताओं” ने भी श्रद्धाँजलि अर्पित की।

प्रसिद्ध भजन गायक रत्नेश दुबे ने ‘रघुपति राघव राजाराम’ भजन से दिवंगत श्रद्धेय मिश्र जी को भावभीनी श्रद्धाँजलि अर्पित की। श्रद्धाँजलि सभा में अनेक गणमान्यजन एवं कवि ,साहित्यकार, समाजसेवी उपस्थित रहे और उन्होने श्रद्धासुमन अर्पित किया।