परिषदीय विद्यालय में पढ़ाए जाने वाले सभी विषयो की निर्मित की ई- बुक।

🟥वाराणसी। काशी कविता मंच विगत 1 वर्ष में परिषदीय विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के लिए शिक्षण सामग्री निर्मित करने का कार्य जोर शोर से कर रहा है ।आपको बताते चलें की ई-बुक निर्माण का कार्य हो चुका है। महत्वपूर्ण विषय हिंदी ,अंग्रेजी गणित , सामान्य ज्ञान , सुविचार, नैतिक शिक्षा पर निर्मित की है जो बच्चों के सीखने में अत्यंत उपयोगी साबित हो रहा है । पटल के संयोजक मिथिलेश कुमार सिंह का मानना है कि बाल पहेली , कहानी संग्रह, सभी बच्चों को सिखाने की प्रक्रिया में बहुत ही उपयोगी साबित हो रही है । परिषदीय विद्यालय के शिक्षकों का मानना है कि अब तक बहुत मंच के माध्यम से परिषदीय विद्यालय के बच्चों पर कार्य किए गए लेकिन काशी कविता मंच एक ऐसा मंच है जो बच्चों की शिक्षा व, हिंदी भाषा के उत्थान को केंद्र में रखकर के अनेक प्रकार के नवीन प्रयोग रहा है । नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा का कक्षा गूगल मीट के माध्यम से बच्चों को सीखने सिखाने की प्रक्रिया में अत्यंत उपयोगी साबित हो रहा है । आओ अंग्रेजी सीखें और हिंदी भाषा के उत्थान और साहित्य सृजनके लिए बाल कविताएं कहानी सुनाओ, प्रतियोगिता बाल गायन प्रतियोगिता बाल नाट्य मंचन प्रतियोगिता । काशी कविता मंच के महत्वपूर्ण कार्य के आयाम है । स्कूल चलो अभियान मतदाता जागरूकता , अधिक नामांकन आदि क्षेत्रों के व्यापक प्रचार प्रसार के लिए ई-बुक निर्मित करके जन जागरण का कार्य भी करने में काशी कविता मंच ने ठोस कदम उठाया है । खंड शिक्षा अधिकारी बड़ागांँव क्षमा शंकर पाण्डेय ने अपने ऑनलाइन व ऑफलाइन कार्यशाला में काशी कविता मंच की जम करके तारीफ की है जो संयोजक मिथिलेश कुमार सिंह और उनकी टीम के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। पटल के कार्यों में मुख्य रूप से भूमिका निभाने वालों में डॉ प्रीति चौधरी बुलंदशहर, अंजू सैनी गाजियाबाद, सुनीता जौहरी वाराणसी, आरती जिंदल हाथरस मीना भाटिया गौतम बुद्ध नगर उषा रानी मेरठ ,अर्चना ओझा काशी, महेश प्रसाद शर्मा मध्य प्रदेश, राम कुमारी मेरठ, शालिनी सिंह कौशांबी , गीता गुप्ता वाराणसी है।