✍️वकील अहमद सिद्दीकी

🛑बस्ती बनकटी……रोशनी का पर्व दीपावली सोमवार को बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। त्योहार के इस मौके पर घर एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के साथ ही साथ कार्यालयों में लक्ष्मी-गणेश का पूजन-अर्चन किया गया। घर एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को दीए एवं बिजली की आकर्षक झालरों से रोशन नजर आया।
शाम होते ही आतिशबाजी का जो सिलसिला शुरू हुआ। वह देर रात तक जारी रहा। हर किसी के चेहरे पर पर्व का हर्षोउल्लास देखने को मिलता रहा।
शहर हो या ग्रामीण क्षेत्रों में दोनो जगहों पर दीपावली परंपरागत ढंग से मनाया। पर्व पर शुभ, सुख, समृद्धि और शांति के लिए प्रथम पूज्य भगवान श्रीगणेश और धन, धान्य और समृद्धि के लिए मां लक्ष्मी की पूजा किया जाता है।
घर एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को रंग-बिरंगी झालरों, दीयों, मोमबत्ती तथा फूलों आदि से सजाया गया। इसके साथ ही बहुत से घरों के बारामदों में तरह-तरह की डिजाइनों की रंगोली देखने को मिलीहैं।
शाम को मुहूर्त में घरों एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में गणेश-लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित कर पूजा व अर्चना किया गया। अधिकांश घरों में लोगों ने स्वयं पूजापाठ किया। वही कई लोगों ने पंडितों से हवन-पूजन भी करवाया। गृहिणियों ने मंदिरों एवं गंगा घाटों पर जाकर दीप जलाया। वहां से लौटने के बाद घरों में दीप और मोमबत्ती जलाई। दीयों, मोमबत्ती एवं झालरों की रोशनी अनुपम छटा बिखेर रही थी।