अब्दुल गफ्फार खान की रिपोर्ट
गोरखपुर(ब्रह्मपुर)
क्षेत्र के ग्रामपंचायत ब्रह्मपुर
के स्व. मुख्खन शर्मा के परिवार की कहानी ही बड़ी दुखद रही।मुख्खन शर्मा को एक लड़का तथा एक लड़की थी।लड़के की अकाल मौत हो गई।लड़की शीला की शादी इसी क्षेत्र के डीहघाट निवासी बबलू के साथ की।बबलू अपने परिवार का एक मात्र कमाऊ सदस्य था।उसके तीन बच्चे कु.प्रीति 12 बर्ष,प्रदुम्न10 तथा नन्दन 8 बर्ष के है।अचानक बबलू की तबियत खराब हुई और उसकी असामयिक मौत हो गई।जिसके बाद शीला के ऊपर बिपत्ती का पहाड़ टूट पड़ा और वह बच्चो संग मायके आ गई।यहां भी आर्थिक दुस्वारियो का सामना करना पड़ा।शीला अपने मां बाप के साथ मेहनत मजदूरी करके बच्चो की परवरिश करने लगी।जिंदगी जैसे तैसे सरक रही थी कि मुखखन की भी मौत हो गई।पिता की मौत के बाद शीला टूट गई।फिर भी हिम्मत नही हारी।मां इसरावती के साथ लोगो के घरों में चौका बर्तन तथा मजदूरी करके बच्चो का पालन पोषण कर रही थी कि इस बर्ष कोरोना से शीला की भी मौत हो गई।सिस्टम की खामी से शीला की मौत
कोरोना से हुई इसका कोई साक्ष्य नहीं होने से सरकार से कोई सहायता नही मिल सकी।तीनो बच्चो की परवरिश की जिम्मेदारी नानी इसरावती पर आ गई।इनकी ओर किसी भी राजनीतिक दल के नेता तथा संगठन की नही पड़ी।ऐसे में उस पर ग्रा पी ए चौरी चौरा की पड़ी।संगठन के अध्यक्ष ललित मोहन तिवारी,लाइफ केयर के अध्यक्ष पंकज लाठ,मनीषा जयसवाल,संजय जायसवाल,शिवाकांत जयसवाल,संरक्षक अब्दुल गफ्फार खान,जिला उपाध्यक्ष भुवनेश्वर दुबे,वरिष्ठ उपाध्यक्ष जयप्रकाश यादव आदि द्वारा बुधवार को दीपावली के अवसर पर तीनो बच्चो तथा उनकी नानी को कपड़ा,मिठाई,पटाखा तथा नकद रुपए देकर उनके साथ दीपावली मनाई।यही नहीं उनके स्वास्थ्य,शिक्षा तथा भविष्य के लिए आगे की सोच के साथ उनके हर सुख दुख में शरीक होने का भरोसा दिया।