🔴दरभंगा
*इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र, दरभंगा के अधीन 10 जिलों के 30 अध्ययन केन्द्रों के पदाधिकारियों, कर्मियों व छात्रों की ऑनलाइन बैठक संपन्न*

*छात्रों की जरूरत के आधार पर लक्ष्य समूह बनाकर इग्नू केन्द्र नामांकन जागरूकता अभियान चलाए- डा शंभू शरण*

*सबसे बड़े विश्वविद्यालय इग्नू में छात्र-छात्राओं के कैरियर, रुचि एवं क्षमता के अनुसार अनेकानेक कोर्स उपलब्ध- डा राजीव*

*इग्नू द्वारा देश के 15 लाख शिक्षकों को नई शिक्षा नीति का प्रशिक्षण देना हमारे लिए गौरव व सम्मान की बात- प्रो कमलेश*

*सी एम कॉलेज, दरभंगा का इग्नू अध्ययन केन्द्र जुलाई माह में चलाएगा इग्नू नामांकन जागरूकता कार्यक्रम- डा चौरसिया*
इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र, दरभंगा के तत्वावधान में इस केन्द्र के अधीन 10 जिलों- बेगूसराय, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण तथा गोपालगंज के 30 इग्नू अध्ययन केन्द्रों के पदाधिकारियों, कर्मियों तथा छात्र-छात्राओं की ऑनलाइन बैठक वरीय क्षेत्रीय निदेशक डा शंभू शरण सिंह की अध्यक्षता में हुई।
डॉ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षक छात्रों के आदर्श होते हैं जो उनकी क्षमता, रुचि तथा स्थिति से अवगत भी होते हैं। योग्य एवं संवेदनशील शिक्षकों के ज्ञान एवं आचरण से हर स्तर पर छात्र लाभान्वित होते हैं। इग्नू के पदाधिकारी, कर्मी व काउंसलर छात्रों की जरूरत के आधार पर लक्ष्य समूह बनाकर इग्नू नामांकन जागरूकता अभियान चलाएं, ताकि चालू जुलाई- 2022 सत्र में कम से कम 25% अधिक छात्रों का नामांकन हो सके। उन्होंने कहा कि इग्नू के अनेक छात्रोयोगी सर्टिफिकेट तथा डिप्लोमा कोर्स हैं जो परंपरागत विश्वविद्यालयों में उपलब्ध नहीं हैं, जिनका अधिक से अधिक लाभ यहां के लोग भी उठा सकते हैं।
विस्तार से बैठक के उद्देश्यों की चर्चा करते हुए सहायक निदेशक डा राजीव कुमार ने कहा कि विश्व का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय इग्नू में छात्र- छात्राओं के कैरियर, रूचि एवं क्षमता के अनुसार अनेकानेक कोर्स उपलब्ध कराया है, जिसकी पूर्ण एवं सही जानकारी इग्नू कर्मी द्वारा पूरे समाज को दी जानी चाहिए, ताकि अधिक से अधिक व्यक्ति इसका लाभ उठा सकें। पूरे विश्व में केंद्रीय विश्वविद्यालय इग्नू के छात्रों एवं डिग्रियों को सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। छात्र संख्या, गुणवत्तापूर्ण, अध्ययन व अध्यापन सामग्री तथा क्षेत्र सीमा की दृष्टि से यह अद्वितीय विश्वविद्यालय है।
विषय प्रवेश कराते हुए जी डी कॉलेज, बेगूसराय के इग्नू कोऑर्डिनेटर प्रो कमलेश कुमार ने कहा कि इग्नू द्वारा देश के 15 लाख शिक्षकों को नई शिक्षा नीति का प्रशिक्षण दिया जाना हमारे लिए गौरव एवं सम्मान की बात है। जन जन का विश्वविद्यालय इग्नू चहारदिवारी मुक्त है जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर बेहतरीन नागरिक तैयार करता है।
बैठक का सारांश प्रस्तुत करते हुए सी एम कॉलेज, दरभंगा के इग्नू कोऑर्डिनेटर डा आर एन चौरसिया ने बताया कि हमारे इग्नू अध्ययन केन्द्र द्वारा पूरे जुलाई माह में इग्नू नामांकन जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा, जिसके तहत विभिन्न विद्यालयों, महाविद्यालयों, छात्रावासों एवं मोहल्लों में संपर्क किया जाएगा। कहीं के कोई भी अध्ययनरत छात्र, नौकरी करने वाले, घरेलू महिलाएं अथवा किसी भी अवस्था के व्यक्ति छमाही सर्टिफिकेट कोर्स, एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स अथवा स्नातक सामान्य व प्रतिष्ठा या स्नातकोत्तर की इग्नू से पढ़ाई कर अपने सपनों को साकार कर सकते हैं। कोई भी व्यक्ति अपराह्न 2 से 5 बजे के बीच सी एम कॉलेज आकर इग्नू नामांकन से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
वहीं इग्नू कोऑर्डिनेटर तथागत बनर्जी ने कहा कि फेसबुक पेज, यूट्यूब चैनल, व्हाट्सएप ग्रुप, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ ही अन्य सोशल मीडिया चैनलों के माध्यम से इग्नू नामांकन जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसका लाभ समाज को अधिक से अधिक मिल भी रहा है। बैठक को डा मोहनलाल, डा शालिनी सिंह, डा गुलाब सिंह, प्रो सैयद अफसाह आदि ने भी संबोधित किया, जबकि डा शिशिर कुमार झा, डा शैलेंद्र नाथ तिवारी, प्रशांत झा, अमितेश रंजन, डा अनिल कुमार, डा खुर्शीद अहमद, डा मुकुंद सिंह, ई रत्नेश कुमार सिंह, क्रांति, ललन, विपिन, अशोक, प्रवीण, संजय, योगेंद्र, शशि शेखर, संजीव, मोहन, मोमित लाल, रामाशंकर, पल्लवी व एम खान सहित 70 से अधिक व्यक्तियों ने भाग लिया।
डा राजीव कुमार के संचालन में आयोजित बैठक में धन्यवाद ज्ञापन सहायक कुलसचिव राजेश कुमार शर्मा ने किया।