🟥वाराणसी पर्यावरण प्रहरी आशीष मिश्रा सोनू ने विश्व आर्द्रभूमि दिवस पर कहा कि आर्द्रभूमियांँ हमारे प्राकृतिक पर्यावरण का महत्त्वपूर्ण हिस्सा हैं। ये बाढ़ की घटनाओं में कमी लाती हैं, तटीय इलाकों की रक्षा करती हैं, साथ ही प्रदूषकों को अवशोषित कर पानी की गुणवत्ता में सुधार करती हैं।ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याएं धरती पर प्राकृतिक पर्यावरण को कई तरह से नुकसान पहुंचा रही है। इनकी वजह से हमें दुनियाभर में चरम जलवायु घटनाएं देखने को मिल रही है। इन बदलावों से कहीं जरूरत से ज्यादा बारिश आ जाने से बाढ़ आ जाती है तो कहीं बेहद कम बरसात होने से सूखे की स्थिति पैदा हो जाती है। ऐसे में धरती पर मौजूद प्राकृतिक पर्यावरण को संरक्षित करना बेहद अहम हो जाता है। आज के दिन को आर्द्रभूमि के रूप में हमारी प्राकृतिक संपत्ति को बचाने के बारे में है। इसलिए, अपने आप को पानी का सावधानीपूर्वक उपयोग करने के लिए राजी करें,और इसे बर्बाद न करें जहरीले उत्पादों का उपयोग करने से बचें, और दलदली भूमि में उनके प्रवाह को रोकने के लिए डंप किए गए कचरे को न फेंकें। ये छोटे छोटे दैनिक जीवन क्रियाएं हैं जो एक बड़ा सकारात्मक परिवर्तन ला सकती हैं। हम पर्यावरण के स्थानीय रक्षकों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं को उनके प्रकृति प्रेम के लिए सलाम करते हैं।