अभिषेक लाल की रिर्पोट ,

गोरखपुर। यास तूफान का असर गोरखपुर बस्ती आजमगढ़ मंडल सहित अन्य हिस्सों में बुधवार देर रात से असर दिखना शुरू हो गया है कोरोना प्रोटोकॉल का पालन न करने वाले अपने अपने घरों में रहने के लिए हुये मजबूर। लगातार बृहस्पतिवार से मूसलाधार बारिश की वजह से आम जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है रोजी रोटी के लिए गरीब तरसने मजबूर हुये गोरखपुर सहित कई जिलों में बुधवार से ही मौसम का मिजाज बदला हुआ है। कई जगह बूंदाबांदी के साथ तेज बारिश लगातार होने से रोजी-रोटी कर खाने वाले आमजन के लिए मुसीबत बना हुआ है अभी पिछले हफ्ते में महाराष्ट्र व गुजरात मे तापते चक्रवात के वजह से 4 दिन लगातार बारिश की वजह से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया था अब यास के वजह से मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक- शनिवार तक गोरखपुर सहित पूर्वांचल में यास तूफान का काफी असर देखने को मिलेगा।

बंगाल की खाड़ी से उठे यास तूफान का असर धीरे–धीरे पूर्वी उत्तर प्रदेश पर पड़ने लगा है इसको लेकर आंचलिक मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी जारी कर कहा कि शुक्रवार व शनिवार को प्रदेश के पूर्वी जिलों में 50 से 60 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी चलने व गरज–चमक के साथ भारी बारिश की संभावना है।मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता का कहना है कि यह बरसात किसानों के लिए अच्छी है। फलों के लिए भी यह बरसात लाभकारी है। उन्होंने बताया कि साइक्लोन बनने की वजह से मौसम में परिवर्तन लगातार हो रहा है। फिलहाल, साइक्लोन का असर तो खत्म हो गया है, लेकिन पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी बरसात होने की संभावना है। जहां पर नुकसान हो सकता है। अभी छोटे दुकानदार व प्रतिदिन रोजी-रोटी कर खाने वाले लोगों के लिए कोरोना संक्रमण के वजह से लॉक डाउन लगने से खाने के लिए लाले पड़े हुए हैं अब दूसरी तरफ यास की वजह से रोजी रोटी पर बुरा असर डालते हुए आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त करते हुए अपने अपने घरों में दुबकने के लिए मजबूर कर दिया है।