मऊसे डॉक्टर आज़ाद नोमानी की रिपोर्ट :

डॉक्टर सतीश चंद्र सिंह

(मुख्य चिकित्साधिकारीमऊ)

मऊ/ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जनपद को एनीमिया (खून की कमी) मुक्त बनाने के उद्देश्य से ‘एनीमिया मुक्त भारत’ अभियान के अन्तर्गत जिला स्तरीय प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम मंगलवार  को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में आयोजित किया गया । कार्यक्रम में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एस सी सिंह ने शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा करने का संकल्प दिलाया । प्रशिक्षण में स्वास्थ्य विभाग के अलावा शिक्षा विभाग, आईसीडीएस के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया । इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि 14 दिसंबर से बाल स्वास्थ्य पोषण माह शुरू हो चुका है जिसमें खसरा, रूबेला आदि टीकों के साथ विटामिन-ए की खुराक भी पिलाई जाएगी। विटामिन ए की कमी के कारण रतौंधी व आंखों के रोग होते हैं। नौ माह से एक वर्ष तक के बच्चों को एक एमएल व पांच वर्ष से अधिक के बच्चों को दो एमएल विटामिन ए की खुराक दी जायेगी।एसीएमओ व कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ आरके झा ने बताया कि एनीमिया मुक्त भारत के अन्तर्गत 6 प्रकार के लाभार्थी क्रमशः छह माह से पांच वर्ष तक के सभी बच्चो को सप्ताह में दो बार एक-एक एमएल आयरन सीरप एएनएम द्वारा ग्राम स्वास्थ्य एवम पोषण दिवस (वीएचएनडी) सत्र पर दिया जायेगा। छह वर्ष से दस वर्ष तक आयुवर्ग के बच्चो को एनीमिया से बचाने के लिए गुलाबी रंग की आयरन टेबलेट सप्ताह में एक बार तथा 10 वर्ष से 19 वर्ष तक के आयु वर्ग को नीली रंग की टेबलेट सप्ताह में एक बार सभी सरकारी एवं सरकारी मान्यता प्राप्त विद्यालयों के माध्यम से प्रत्येक सोमवार को दी जायेगी। विद्यालय नहीं जाने वाले 6 से 10 वर्ष तक के सभी बच्चों एवं 11 से 19 वर्ष तक की समस्त किशोर-किशोरियों को आंगनवाड़ी केंद्र के माध्यम से दी जाएगी।डी ई आई सी मैनेजर अरविंद वर्मा ने बताया कि जिले में गर्भवती व धात्री महिलाओं को प्रतिदिन छह माह प्रसव पूर्व एवं छह माह प्रसव पश्चात लाल रंग की आयरन की गोली तथा 19 से 24 वर्ष तक की विवाहित एवं अविवाहित लड़कियों/ महिलाओं को नीली गोली प्रति सप्ताह एक गोली ए एन एम द्वारा ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस सत्र पर दिया जायेगा। प्रशिक्षण में समस्त कार्यों की रिपोर्टिंग प्रतिमाह एवं मांग खर्च विवरण समय समय पर सम्बन्धित द्वारा दिए जाने के निर्देश दिए गए एवं रिपोर्ट व मांग पत्र बनाने के बारे में भी जानकारी दी गयी प्रशिक्षण में डी पी एम, डीसीपीएम, डीईआईसी मैनेजर, जनपद कोर्डिनेटर एम् डी एम् बी एस ए कार्यालय, जिला समन्वयक डी आई ओ एस कार्यालय, जनपद के समस्त ब्लॉक से एक-एक चिकित्साधिकारी आरबीएसके, समस्त स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, समस्त ब्लॉक कार्यक्रम प्रबन्धक, समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारियों, समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी/ मुख्य सेविका ने सहभाग लिया।