डॉ शशि कांत सुमन
मुंगेर। मुंगेर जिले के कासिम बाजार थाना क्षेत्र में 05 मार्च 2021 की रात थाना क्षेत्र के करबल्ला चांयटोला में जमीनी विवाद में पिता-पुत्र सहित तीन लोगों की हत्या हुई थी। हत्या के कई महीनों बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ। जिसमें भीड़ पुलिस के सामने किस दरिंदगी से एक युवक को मार डालता है और पुलिस मूक दर्शक बनी रहती है।
इसी वायरल वीडियो के आधार पर डीआईजी शफीउल हक ने संज्ञान लेते हुए दोषी पुलिसकर्मियों को वायरल वीडियो के आधार पर खोजने का प्रयास किया। इस दौरान डीआईजी के द्वारा काफी मशक्कत के बाद दो पुलिसकर्मियों की पहचान वायरल वीडियो के आधार पर की। जिसमें एक पुलिसकर्मी कासिम बाजार थाना में पदस्थापित पुलिस अवर निरीक्षक राजेश कुमार और दूसरा कोतवाली थाना में पदस्थापित सहायक पुलिस अवर निरीक्षक शशि भूषण कुमार शामिल है। वीडियो वायरल में शिनाख्त दो पुलिस अधिकारियों को डीआईजी ने दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया है । इसके साथ ही उन पुलिस पदाधिकारियों से 15 दिनों के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है। सोशल मीडिया कई दिनों तेजी से एक वीडियो वायरल हो रहा था। जो कासिम बाजार थाना क्षेत्र के करबल्ला गांव में हुए पिता-पुत्र हत्या कांड से जुड़ा बताया जा रहा था। वायरल वीडियो में भीड़ के साथ ही कुछ पुलिसकर्मी अपने कंधा पर राइफल टांगे खड़े थे। जबकि भीड़ आइटीसी कर्मी जयजयराम साह के घर में घूस रही थी। दीवार तोड़ रहा था और गाली-गलौज कर रही थी। इसी बीच कुछ भीड़ उसके घर घुसता दिख रहा थी। जिसके बाद एक लड़का ब्लू रंग की टी-शर्ट पहने घर से निकल कर सिर को हाथ से बचाते हुए भाग रहा है और भीड़ उस पर ताबड़तोड़ प्रहार कर रही थी। इस दौरान पुलिस साइड हो जाती है। जिसके बाद लड़का भागता रहता है और भीड़ उसे पीटती रहती है। यह वहीं लड़का कुंदन साह था। जिसके पिता जयजयराम साह को उसके सामने जब घर में घुस कर दंगाई भीड़ ने मार डाला था और वह लड़का अपनी जान बचाने के लिए बाहर निकल कर पुलिस के पास भाग रहा होता है। हालांकि बाद में भीड़ ने उसकी हत्या कर दी।