एडिटर इन चीफ सुहेल  अहमद की रिपोर्ट,

वाराणसी बारीका कर्मचारी परिषद के सदस्य स्वर्गीय अजीमुल हक कि अचानक मौत से पूरा डीएलडब्लू परिवार शोक में डूब गया । अपने बहुत ही मृदुल भाषी नेता को

अचानक अपने बीच से चले जाने का दुख यूनियन के सभी पदाधिकारियों के चेहरे पर साफ झलक रहा था । शुक्रवार की रात दिल में दर्द की शिकायत घरवालों को उन्होंने बताया परिवार के लोगों ने तुरंत एंबुलेंस पर अजीमुल हक को अस्पताल ले गए लेकिन कुदरत केआगे किसी का बस नही चलता और मौत ने अपने अगोश मे ले लिया । डाक्टरों ने एम्बुलेन्स मे ही उन्होन मृत्यु घोषित कर दिया । स्वर्गीय अजीमुल हक 52 वर्ष मे ही  जिंदगी की जंग हार गए ।सनद रहे की इनके पिता का भी इसी आयु के लगभग  हृदय गति रुकने से देहांत हो गया था । वह भी डीएलडब्लू मे कर्मचारी थे । अजीमुल हक को पिता की जगह पर डीएलडब्ल्यू में नौकरी मिली थी । अजीमुल हक बेल्थरा रोड बलिया के ग्राम बिठुवाँ के निवासी थे । अपने व्यवहार से सभी के दिल में बसने वाले स्वर्गीय अजीमुल हक हमारे बीच नहीं रहे उन्होंने अपने पीछे पत्नी एक पुत्र एक पुत्री छोड़ कर गए हैं पुत्री की शादी कुछ वर्ष पहले उन्होंने कर दिया था । नाम भी अजीम था और काम भी अजीम था। (ऊंचा ) न्यू समाचार प्लस के चीफ एडिटर के साथ पूरी टीम की तरफ से शत शत नमन।

परिवार की कुछ यादें,