सुहेल अहमद की विशेष रिपोर्ट:

वाराणसी / 72 वां गणतंत्र दिवस के अवसर पर हेलमेट मैन ने राष्ट्र भावना का दीप जला कर एक तिरंगा लेकर हेलमेट दिया । राष्ट्रहित में सड़क सुरक्षा का अनमोल तरीका.

उत्तर प्रदेश वाराणसी जिले के अंदर नए वरुणा पुल कचहरी के पास एचपी पैट्रोल पंप पर सुबह 11:00 बजे से हेलमेट लेने के लिए लोगों की कतारें लग गई. हाथों में हर उम्र के लोग तिरंगा लेकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। सड़क सुरक्षा की मजबूती के लिए उन सभी से तिरंगा लेकर हेलमेट देते हुए शपथ दिलाई बिना हेलमेट सड़कों पर ना चले और खुद एक दूसरे को बिना हेलमेट के सड़कों पर ना चलने दे अगर कोई गलती करता है तो उसे हेलमेट लगाने के लिए प्रेरित करें।और आपके आसपास कोई पढ़ने वाला बच्चा है उसे पुस्तक की जरूरत है तो हमारे बुक बैंक से निशुल्क लेकर जाए।उनमें से कई जरूरतमंद छात्र पुस्तक लेने के लिए भी आए थे दरअसल हेलमेट मैन पिछले कई दिनों से वाराणसी शहर में लोगों से पुस्तक लेकर हेलमेट दे रहे हैं। और लोगों द्वारा दी गई पुस्तक जरूरतमंद बच्चों को छठी क्लास से लेकर ग्रेजुएशन क्लास तक की सारी पुस्तकें लोगों को निशुल्क उपलब्ध करा रहे हैं। हेलमेट मैन का मानना है की शहर के अंदर कई बच्चे ऐसे हैं जो पुस्तक खरीदने में सक्षम नहीं थे आज हेलमेट मैन के बुक बैंक से आसानी से पुस्तक उपलब्ध हो जा रही है हेलमेट मैन राघवेंद्र कुमार ने इस कार्य को 2014 में अपने मित्र की सड़क दुर्घटना मे मौत हो जाने के बाद शुरू किया ।

पिछले 7 साल से लगातार भारत के अलग-अलग राज्यों में अपना अभियान चला रहे हैं. अब तक लगभग 48 हजार हेलमेट और 6 लाख तक निशुल्क पुस्तकें दे चुके हैं । उनका मकसद है कोई भी व्यक्ति बिना हेलमेट सड़कों पर ना चले अगर उनके पास हेलमेट नहीं है तो किसी से पुस्तक मांग कर मेरे पास आ जाए और अपने लिए हेलमेट ले कर जाए[KGVID]https://newsamacharplus.com/wp-content/uploads/2021/01/VID-20210127-WA0090.mp4[/KGVID]
हेलमेट मैन भारत को सड़क दुर्घटना से मुक्त बनाने के लिए लोगों को सौ फीसदी साक्षर करना भी चाहते हैं ।कार्यक्रम में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति डॉ टी एन सिंह, मुख्य प्रोक्टर तथा शिक्षक गण, हिंदुस्तान पेट्रोलियम की ओर से उप महा प्रबंधक श्री प्रशांत कुमार शुक्ला, क्षेत्र बिक्री प्रबन्धक श्री ऋतुराज माथुर और मुख्य प्रबंधक श्री आशीष कुमार शर्मा अमित सिंह राणा उपस्थित रहे
कार्यक्रम के माध्यम से सुरक्षित एवं शिक्षित भारत के उद्देश्य को सशक्त किया गया।