अभिषेक लाल की रिपोर्ट,

गोरखपुर। कथित अस्पतालों में बड़े फर्जीवाड़े चल रहे है। इन अस्पतालों में आने वाले मरीजों के जीवन के साथ खुलेआम खिलवाड़ होता रहा है। आलम यह है कि ऐसे-ऐसे लोग डॉक्टर बन कर काम कर रहे हैं जिन्होंने कभी मेडिकल की पढ़ाई की ही नहीं, तो कुछ ऐसे हैं जो अस्पतालों से बर्खास्त कम्पाउंडर हैं उनके पास डिग्री नहीं है। गोररखपुर के खोराबार क्षेत्र के सोनबरसा बाजार में इन दिनों खुला रोशनी अस्पताल चर्चा का केंद्र बना है , जहां बर्खास्त कम्पाउंडर वीरेन्द्र शर्मा ओपीडी से लगाय आपरेशन तक कर रहा है। बताया जाता है लाकडाउन में रामुडिहा का एक स्कूल संचालक फर्जी अस्पताल के लिये फंडिंग कर रहा है ।इन जानलेवा कम्पाउंडरो ने एक मरीज के पैर का ऐसा इलाज कर डाला कि उसके पैर काटने की नौबत आ गईं। केस बिगड़ने पर यमराज बने ये संचालक उन्हें बड़े नर्सिंग होम में रेफर कर देते है। इसी प्रकार सिकरीगंज थाना क्षेत्र में बेलघाट रोड पर संजीवनी चिकित्सालय में एक महिला ने प्रसव कराने गई वहां पर हास्पिटल संचालक डॉ जोगिंदर यादव द्वारा बताया गया कि महिला का ऑपरेशन कराना पडेगा तभी जच्चा-बच्चा की जान सुरक्षित बच पाएगी यह सुनकर परेशान परिजनों ने ऑपरेशन कराने के लिए हामी भर ली ऑपरेशन होने के बाद महिला की हालत बिगड़ती गई उसके बाद संजीवनी हॉस्पिटल के संचालकों द्वारा महिला को दूसरे हास्पिटल में ले जाने के लिए कह कर डॉक्टर और संचालक फरार हो गए मरीज के परिजनों ने मरीज को लेकर जिला अस्पताल ले जा रहे थे जाते वक्त रास्ते में महिला ने दम तोड़ दिया उसके बाद परिजनों ने सिकरीगंज में आकर हंगामा करने लगा जिसकी सिकरीगंज पुलिस को हुई तुरंत मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है पुलिस जांच में जुटी हैं।