डॉ शशि कांत सुमन
मुंगेर। राजा कर्ण मीर कासिम समिति की आवश्यक मासिक बैठक मौलाना अब्दुल्लाह बुखारी के आवास पर आयोजित की गई। बैठक का संचालन समिति के सचिव एहतेशाम आलम ने किया। बैठक की अध्यक्षता कर रहे जफर अहमद ने कहा कि लगभग दो वर्षों से हिंदुस्तान की आवाम कोरोना जैसी महामारी को लेकर परेशान हाल है। इस महामारी में लाखों लोगों को जान भी गंवानी पड़ी और हजारों लोग अभी बीमार है।लेकिन इसके बाद भी हम लोगों ने हार नहीं माना और अंततः बहुत हद तक कोरोना को हम लोगों ने हराने का काम किया है। राजा कर्ण मीर कासिम समिति इस कोरोना काल में जहां तक हो सके जनता की मदद के लिए ऑक्सीजन उपलब्ध कराना, खाद्य सामग्री वितरण करना, तथा सबसे अति महत्वपूर्ण कार्य कोरोना में मरे लोगों के शवों को समिति द्वारा दफनाना या उनका अंतिम संस्कार करना काफी सराहनीय रहा। हम अपने तमाम पदाधिकारियों का और सदस्यों का तहे दिल से इस कार्य के लिए उन्हें धन्यवाद अर्पित करते हैं। अहमद ने कहा कि आज भी कई ऐसे घर है। जिनके यहां मात्र एक समय के ही रोटी से गुजारा करना पड़ता है। समिति ऐसे घरों को चिन्हित कर मदद करने का भी काम करेगी।साथ ही कोरोना काल में कोरोना योद्धा बनकर काम करने वाले हमारे पत्रकार बंधु, डॉक्टर्स की टीम, तथा सफाई कर्मी को भी चिन्हित कर उन्हें सम्मानित करने का काम करेगी।जिससे कि उनका मनोबल और ज्यादा ऊंचा रहे। वही समिति के उपाध्यक्ष मौलाना अब्दुल्लाह बुखारी ने कहा कि इस विषम परिस्थिति में जिस तरह से समिति ने अपना योगदान आम लोगों के लिए दिया है। वह काफी सराहनीय है।एक इंसान का दूसरे इंसान का काम आना यही मानवता है। वही संयुक्त सचिव डॉक्टर रोहित कुमार गौतम ने कहा कि मानवता के लिए समर्पित राजा कर्ण मीर कासिम समिति धन्यवाद के पात्र है। जहां लोग कोरोना से भयभीत थे । वही समिति ने कई मृत लोगों को अंतिम संस्कार करने का भी काम किया।वही फैसल अहमद रूमी ने कहा कि निस्वार्थ भाव से समिति लगातार काम कर रही है । लोगों का आशीर्वाद भी प्राप्त हो रहा है।वही मोहम्मद रब्बानी ने कहा कि हम लोगों ने यह ठाना है कि समाज के अंतिम पायदान के वंचित लोगों तक हमारी समिति मदद करने की कोशिश करती रहेगी । मौके पर चंदन साहनी, सिराज उल हक, संजय कुमार, अताउल्लाह बुखारी आदि मौजूद थे।