संत कबीर नगर / भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला मीडिया प्रभारी अमित श्रीवास्तव ने भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए कहां कि संत कबीर नगर में भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के कारण दूसरी पार्टियों के संपर्क में हैं जिससे जनपद में भारतीय जनता पार्टी पर संकट के बादल गहरा सकते हैं। उन्होंने जिलाध्यक्ष पर धन लेने का भी आरोप लगाया उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृत्व का निर्देश है की त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता ही चुनाव में हिस्सा ले सकते हैं। उन्होंने अपने निलंबन को अनुचित और जिलाध्यक्ष की तानाशाह की कार्रवाई बताया। उन्होंने बताया कि 22 फरवरी 2020 में मुझे भारतीय जनता पार्टी का जिला मीडिया प्रभारी नियुक्त किया गया था बीच में कुछ महीने अस्थमा की शिकायत के कारण बिमार था उसी समय बगैर सूचना के जिलाध्यक्ष ने मुझे जिला मीडिया प्रभारी के पद से बगैर सूचना के हटा दिया जबकि नियम यह है कि हटाने से पहले उनको नोटिस देना चाहिए था लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ । इसकी जानकारी मुझको मीडिया के द्वारा प्राप्त हुई की मुझे जिला मीडिया प्रभारी के पद से मुक्त कर दिया गया है। जब कि मेरी बिमारी के बारे में जनपद के काफी लोगों को पता था जिसमें भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता भी शामिल थे और उन्होंने मेरे घर आकर मेरा हाल भी पूछा । अमित श्रीवास्तव ने कहा की नियम विरुद्ध इस कार्रवाई से मैं बहुत आहत हूं । मैं भारतीय जनता पार्टी का जमीन से जुड़ा हुआ कार्यकर्ता  हूँ जबकि जिला अध्यक्ष के द्वारा कुछ ऐसे लोगों को भी पद दिया गया है जो भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय सदस्य तक नहीं रहे और पार्टी के विचारधारा के अनुरूप भी नहीं है उसके बावजूद उन्हें पद दिया गया जो संदेह के घेरे में है। उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से अपील की है की पार्टी के जिला अध्यक्ष के द्वारा नियम विरुद्ध कार्रवाई को संज्ञान में लेने का कष्ट करें ताकि भारतीय जनता पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं का मनोबल ना टूट सके।