🟥गोरखपुर!* सामाजिक संगठन युवा जनकल्याण समिति के प्रमुख व अध्यक्ष युवा समाजसेवी कुलदीप पाण्डेय ने जनमानस मे जागरुकता संदेश देते हुए होली मनाने के साथ ही सावधानियाँ बरतनेे व स्वास्थय के प्रति सतर्क रहनेे की सलाह दिये.

समाजसेवी कुलदीप पाण्डेय ने होली पर्व पर जागरुकता फैलाते हुए कहा की होली का त्योहार मतलब रंगों के साथ खुब मस्ती भरा वातावरण,क्योंकी होली पर मस्ती की कोई सीमा नहीं होती है. होली मे विशेष तौर पर त्वचा की देखभाल जरुरी है इसलिए जब भी होली खेलने जायें त्वचा पर कोई तैलीय क्रीम या तेल लगालें जिससे त्वचा पर रंगों का असर ना पड़े साथ ही बालों को रंग से बचाने का पूरा प्रयास करें।
होली खेलते समय आंखों में रंग चला जाए तो तुरंत आंखों को साफ पानी से धोएं,यदि आंखें धोने के बाद भी तेज जलन हो तो बिना देर किए डॉक्टर को दिखा लें.
मार्केट के हरे रंग से होली खेलते समय ध्यान रखें इसमें कॉपर सल्फेट पाया है जो आंखों में एलर्जी, सूजन अंधापन जैसी समस्याएं पैदा कर देता है. सिल्वर चमकीले रंग का इस्तेमाल न करें इसमें एल्युमीनियम ब्रोमाइड होता है जो त्वचा के कैंसर के लिए जिम्मेदार होता है तथा काले रंग में उपस्थि‍त लेड ऑक्साइड किडनी को बुरी तरह प्रभावित करता है. होली खेलें लेकिन पूरे होशो हवास में खेलें क्योंकि अधि‍क नशा करना आपके स्वास्थ्य को तो प्रभावित करेगा ही कई बार अनहोनी घटनाओं का कारण भी बनता है इसलिए होली सुरक्षि‍त तरीके से खेलें.प्रयास कर बाजार की मिठाईयों का सेवन करने से बचें इनमें ज्यादातर मिलावट हो सकती है,जो आपके शरीर लिए हानिकारक साबित होगा.
घर पर बने व्यंजनों का भरपूर आनन्द लें,क्योंकि वे शुद्धता के साथ बनाए जाते हैं.होली की मस्ती में कई बार लड़ाई-झगड़े भी हो जाते हैं लेकिन यह भाई-चारे का पर्व है भूलें नहीं.आपसी भाईचारा बनाए रखें और मिलजुलकर अच्छे रंगों के साथ होली मनाएं!