रवींद्र सिंह,रायबरेली। सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र में 44 महीने के बाद ज़िला विकास एवं अनुश्रवण समिति ‘दिशा ‘की बैठक केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की अध्यक्षता में सम्पन्न हो गई। गौरतलब है कि दिशा की अध्यक्षा रायबरेली की सांसद सोनिया गांधी थी लेकिन अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी को इसका अध्यक्षा नियुक्त किया गया था। लगभग तीन घंटे तक चली बैठक में स्मृति ईरानी ने कोविड के दौरान किये गए कार्यों की सराहना करते हुए आगे के विकास को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।इस दौरान स्मृति ईरानी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को रायबरेली में कराये गए कार्यो के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया है।जिलाधिकारी ने बताया कि इस दौरान विकास कार्यों से जुड़े 42 बिंदुओं के आधार विकास की रूपरेखा प्रस्तुत की गई।

लगभग साढ़े तीन साल बाद हुई दिशा की बैठक के दौरान स्मृति ईरानी ने न्याय पंचायत स्तर पर कैम्प लगाकर जन कल्याण से जुड़ी योजनाएं आम लोगों तक सरकार आप के द्वार की तर्ज़ पर पहुंचाने का निर्देश दिया।हम बता दें कि बीते जुलाई माह में ग्रामीण विकास मंत्रालय ने स्मृति ईरानी को रायबरेली ज़िले का अध्यक्ष बनाया था।जबकि 2019 की लोकसभा गठन से पहले सोनिया गांधी यहां दिशा की अध्यक्ष थीं।दिशा की अध्यक्ष रहते हुए सोनिया गांधी की 2018 में हुई बैठक के बाद आज यह मीटिंग हुई है।स्मृति ईरानी को अध्यक्ष बनाये जाने के साथ ही सोनिया गांधी को रायबरेली दिशा का उपाध्यक्ष बनाया गया है।आज हुई बैठक में सोनिया गांधी को भी निमंत्रण भेजा गया था लेकिन वह पहुंची नहीं।
दिशा की बैठक में शामिल हुए जनप्रतिनिधियों के मुताबिक बैठक सार्थक रहीं और केंद्र की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को लेकर बेहतर चर्चा हुई।