अमीने मिल्लत हज़रत प्रोफेसर सय्यद

मुहम्मद अमीन मियां क़ादरी मारहरा शरीफ का विशेष आगमन

🟥बाड़़मेर, राजस्थान/पश्चिमी राजस्थान के महान और प्रतिष्ठित
धार्मिक विद्यालय और थार क्षेत्र के प्रमुख दीनी व अ़सरी इदारा” दारुल उ़़लूम अनवारे मुस्तफा सेहलाऊ शरीफ का वार्षिक सालाना जल्सा-ए-दस्तारे फज़ीलत, खतमे बुखारी शरीफ और क़ुतुबे थार हज़रत पीर सय्यद हाजी आ़ली शाह बुखारी का 156

वाँ, हज़रत पीर सय्यद अ़लाउद्दीन शाह बुखारी का 52वाँ और बानी-ए- दारुल उ़़लूम अनवारे मुस्तफा हज़रत पीर सय्यद कबीर अहमद शाह बुखारी का 10वाँ उ़र्से बुखारी 07 शअ़बानुल- मुअ़ज़्ज़म 1445 हि: / 18 मार्च 2024ई: रविवार [सोमवार की रात] दारुल उ़़लूम के मुहतमिम व शैखुल
हदीष नूरुल उ़़ल्मा पीरे तरीक़त हज़रत अ़ल्लामा अल्हाज सय्यद नूरुल्लाह शाह बुखारी के नेतृत्व में बहुत ही अ़क़ीदत व एहतिराम, हर्षोल्लास व महिमा और सम्मान के साथ मनाया जाएगा।

जिसमें ताजुल-मशाइख ताजदारे मारहरा शैखे तरीक़त अमीने मिल्लत हज़रत प्रोफेसर सय्यद मुहम्मद अमीन मियां साहब क़ादरी बरकाती सज्जादा नशीन: खानक़ाहे आ़लिया क़ादरिया बरकातिया मारहरा शरीफ विशेष रूप से शिरकत फरमाएंगे।
पूर्व मेंबर ऑफ पार्लियामेंट खतीबुल हिंद हज़रत अ़ल्लामा ओ़बैदुल्लाह खान साहब आज़मी व जानशीने मुफ्ती-ए-आज़म राजस्थान हज़रत अ़ल्लामा अल्हाज मुफ्ती

शेर मुहम्मद खान साहब कि़बला रिज़्वी शैखुल हदीष: दारुल उ़़लूम इस्हाक़िया जोधपुर विशेष संबोधन [खिताब] करेंगे-
मज़कूरा उ़़र्स और जलसा के उत्सव में देश के प्रसिद्ध विद्वान और कवि [उ़ल्मा व शुअ़रा] और मशाइख व सादाते किराम विशेषता के साथ भाग लेंगे।
इस धार्मिक कार्यक्रम का विवरण कुछ इस प्रकार है-
बाद नमाज़े फज्र : सामूहिक कुरआन ख्वानी व दुआ-
बाद नमाज़े ज़ुहर : ख़तमे बुखारी शरीफ-
बाद नमाज़े अ़स्र: चादर पोशी व गुल पाशी और क़ुल शरीफ [परिसर:दरगाह शरीफ]
बाद नमाज़े मग़रिब: दारुल उ़़लूम और दारुल उ़़लूम की शाखाओं के छात्रों का धार्मिक, शैक्षणिक,समाजिक सुधार और सांस्कृतिक कार्यक्रम –

बाद नमाज़े इशा: सम्मानित विद्वानों और सम्मानित पीराने तरीक़त व दानिशवरों के भाषण[उ़़ल्मा-ए-किराम व मशाइखे ज़विल एहतिराम के खिताबात व तअष्षुरात], बादहु दस्तारबंदी का रूह परवर मंज़र, सलात व सलाम और दुआ के साथ समापन-

उ़र्से बुखारी व जलसा-ए- दस्तारे फज़ीलत के सभी प्रोग्रामों में इन्तिज़ामिया कमेटी दरगाह हज़रत पीर सय्यद हाजी अ़ाली शाह बुखारी, प्रबंधन समिति, मुहिब्बाने जहानियाँ कमेटी और दारुल उ़़लूम अनवारे मुस्तफा सेहलाऊ शरीफ के ज़िम्मेदारान व जल्सा के आयोजकों ने अ़वामे अहले सुन्नत से अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने की अपील की है.

उक्त जानकारी संवाददाता को दारुल उ़़लूम अनवारे मुस्तफा सेहलाऊ शरीफ के शिक्षा निदेशक मौलाना मुहम्मद शमीम अहमद साहब नूरी मिस्बाही ने दी.