*इम्यूनिटी बूस्टर फूड के रूप में मशरूम खनिज एवं मिनरल्स का है उत्तम स्रोत जो दिल, हड्डी, डायबिटीज आदि में लाभदायक- डा चौरसिया*

*मशरूम के समुचित उत्पादन हेतु उचित तापमान, नमी तथा शुद्ध वायु का प्रवेशद्वार होना आवश्यक- प्रतिभा झा*

🟥दरभंगा सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया सामाजिक उत्थान एवं प्रशिक्षण संस्थान, बहादुरपुर प्रखंड कैंपस, दरभंगा के द्वारा ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण योजना के तहत वार्ड नंबर 3 के बेलादुल्ला में चल रहे 10 दिवसीय मशरूम प्रशिक्षण के पांच वें दिन प्रशिक्षिका प्रतिभा झा ने मशरूम

उत्पादन के तौर तरीकों को बताते हुए कहा कि ऑस्टर मशरूम 20 से 30 डिग्री तापमान पर फरवरी से अप्रैल तथा जुलाई से दिसंबर माह तक आसानी से उगाया जाता है। इसकी उपज आसान तरीके से होती है। वैसे भारत में सबसे पहले बटन मशरूम का उत्पादन प्रारंभ हुआ था।

दूधिया मशरूम विशेष रूप से उष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों में होता है। उन्होंने मशरूम के समुचित उत्पादन के लिए उचित तापमान, नमी तथा शुद्ध वायु का प्रवेशद्वार होना आदि को आवश्यक बताते हुए ”मशरूम उगाए, गरीबी भगाएं” का नारा पर बल दिया और कहा कि इस क्षेत्र में रोजी- रोजगार की व्यापक संभावनाएं हैं। उत्पादन हेतु 10 बैग तैयार करने के लिए 10 किलो गेहूं का भूसा, 1 किलो मशरूम बीज, 200 मिलीलीटर फ्रमोलीन आदि की जरूरत होती है।

प्रशिक्षण का शुभारंभ करते हुए संयोजक डा आर एन चौरसिया ने कहा कि इम्यूनिटी बूस्टर फूड के रूप में मशरूम खनिज एवं मिनरल्स का उत्तम स्रोत है जो दिल, हड्डी, डायबिटीज, जोड़ दर्द, मोटापा, कैंसर आदि अनेक रोगों में लाभदायक होता है।

मशरूम शाकाहारियों के लिए हाई प्रोटीन फूड है, जिसमें एंटी ऑक्सीडेंट तत्व होते हैं। उन्होंने कहा कि मशरूम मात्र एक उत्पाद नहीं, बल्कि कई उत्पादों का जनक भी है। बाजारवाद के मौजूदा दौर में मशरूम उत्पादन, प्रसंस्करण, पैकेजिंग, विपणन एवं प्रबंधन के क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर खुल रहे हैं। मशरूम व्यक्ति को पूर्णतः आत्मनिर्भर बनाने में सक्षम है।

आज के प्रशिक्षण में प्रतिभा झा द्वारा सभी प्रतिभागियों को भूसा को उपचारित करना, उसे सुखाने तथा उसका थैली बनाना आदि व्यावहारिक रूप में सिखाया गया। प्रतिभागियों ने अनेक तरह के प्रश्न पूछे, जिनका समुचित उत्तर दिया गया। ऐसे

प्रतिभागियों में पंकज कुमार, दशरथ ठाकुर, तिरुपति नाथ चौधरी, प्रहलाद कुमार, रवि रंजन, दुर्गानंद यादव, राम सजीवन कुमार, अकरम खान, शगुफ्ता परवीन, कौशल कुमार, मोहम्मद जावेद अख्तर, अमित कुमार, चांदनी कुमारी आदि के नाम शामिल हैं।