✍️mrityunjay visharad

🟥देवरिया
प्रदेश के किसानों की उपलब्धियों और वर्ष 2023 के लिए और अच्छा करने की अपेक्षा ब्यक्त करने के साथ अंग्रेजी नव वर्ष की शुभ कामनाएँ दी।
प्रदेश के कृषिमंत्री सूर्य प्रताप शाही ने अपने देवरिया आवास पर पत्रकारों को इस वर्ष की उपलब्धियों के साथ इन्वेस्टर समिट के माध्यम से प्रदेश में स्थापित हो सकने वाले उद्योगों के संदर्भ में जानकारी दी।
श्री शाही ने बताया कि प्रदेश में इस वर्ष 618 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न का उत्पादन हमारे सम्मानित किसान भाइयों ने किया है,जिससे हम अपनी आवश्यकता से 200लाख मीट्रिक टन से ज्यादा खाद्यान्न पैदा कर रहे हैं, प्रदेश में फल और सब्जी का उत्पादन 450 लाख मीट्रिक टन है, 160 लाख से अधिक मीट्रिक टन आलू का उत्पादन कर रहे हैं। इस क्षेत्र में उद्योग स्थापना की अपार संभावनाएं हैं।
तमिलनाडु व कर्नाटक से आगे निकलते हुए सर्वाधिक 27 लाख हैक्टेयर क्षेत्रफल में गन्ने की खेती हमारा सम्मानित किसान कर रहा है।
प्रदेश में 118 चीनी मिलें पेराई कर रही है, अधिकांश भुगतान किसानों को दिया जा चुका है।गन्ने से एथेनॉल बनाने के साथ मक्का से इथाइल एल्कोहल उत्पादन की सम्भावनाओ को प्रोत्साहित किये जाने है हमारी सरकार प्रतिबद्ध है।
ढाई लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में मटर का उत्पादन,फ्रोजेन उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को आकर्षित करेगा।
उन्होंने बताया कि किसान हित मे 100 एफ पी ओ को 60 करोड़ रुपयो से अधिक धनराशि देकर बीज विधायन संयंत्र स्थापित कर,आर्थिक तौर पर सुदृढ़ बनाने का भी कार्य किया है जो पूरा अनुदान है।
श्री शाही ने बताया कि दलहन व तिलहन के आयात पर निर्भरता कम करने हेतु मोदी व योगी जी के आह्वान पर उत्तर प्रदेश में साढ़े पांच लाख किसानों को तिलहन व चार लाख किसानों को दलहन का निःशुल्क किट प्रदान के उत्पादन हेतु प्रोत्साहित किया गया।
एक सवाल के जबाब में उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि निराश्रित गो वंशों हेतु बड़े गौशालाओ जिसमे दो से तीन हजार क्षमता की स्थापना हेतु स्थान उपलब्ध कराए, सरकार संशाधन मुहैया कराएगी।
उन्होंने किसानों का आह्वान किया कि समय की मांग को देखते हुए अपने उत्पादों को निर्यात के उपयुक्त बनाये और लाभ उठाएं।