🟠संत कबीर नगर / हीरालाल रामनिवास स्नातकोत्तर महाविद्यालय में मंगलवार को सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु के तत्वावधान में ” नैक प्रत्यायन एवं प्रक्रिया ” विषयक एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई । कार्यक्रम का संयोजन आई क्यू एसी ही.रा.पी.जी ने किया । कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉक्टर अश्वनी मिश्रा, विशिष्ट अतिथि के रूप में दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय, गोरखपुर से प्रोफेसर अजय गुप्ता और सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु से प्रोफेसर दीपक बाबू उपस्थित रहे। प्रोफेसर अजेय गुप्ता ने बताया कि नैक मूल्यांकन डिग्री कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को सामूहिक रूप से यूजीसी द्वारा उच्च शिक्षा नीतियों उद्देश्यों पर चलने की समयबद्ध वैज्ञानिक प्रणाली है। आइक्यूएसी को यह दायित्व दिया गया है जिसे प्रत्येक 5 वर्ष में कराना होता है। प्रोफ़ेसर अजय गुप्ता ने कैसे अच्छा ग्रेड प्राप्त किया जाए इसके बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा किया ।क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉक्टर अश्वनी मिश्रा ने ग्रेड प्राप्त करने के लिए मुख्य 7 बिंदुओं को पूरित करने तथा उसके बेहतर डॉक्यूमेंटेशन के लिए प्रतिभागियों को सुझाव एवं मार्गदर्शन दिया।
प्रोफ़ेसर दीपक बाबू ने प्रतिभागियों को नैक प्रक्रिया को अपनाने तथा वित्तीय कार्यों के बेहतर डॉक्यूमेंटेशन एवं उसके लिए अपनाई जाने वाली प्रक्रिया पर जोर दिया । साथ ही नैक में अच्छा ग्रेड प्राप्त करने के लिए प्रमुख बिंदुओं जैसे टीचर पैरेंट्स मीटिंग इत्यादि पर महाविद्यालयों को ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एवं अतिथियों का स्वागत प्राचार्य प्रो ब्रजेश त्रिपाठी ने किया। संचालन डॉ अमित भारती एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो गणेश श्रीवास्तव ने किया। इस कार्यशाला में महिला महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ सुनीता त्रिपाठी, शिवहर्ष किसान पी जी कालेज की प्राचार्या डॉ रीना पाठक, प्रो डी एन पाण्डेय, प्रो मंजू मिश्रा, प्रो विजय कृष्ण ओझा,प्रो प्रताप विजय, प्रो राजेश चन्द्र मिश्र, प्रो दिनेश गुप्ता एवं बस्ती व संतकबीर नगर के विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्य एवं शिक्षक उपस्थित रहे।