पीपरडीह । मऊ । आज रामबचन सिंह राजकीय महिला महाविद्यालय बगली पिजड़ा मऊ में राष्ट्रीय एकता दिवस के पर्व पर लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती अत्यंत हर्षोल्लास पूर्ण वातावरण में संपन्न हुई । बल्लभ भाई पटेल जी के छायाचित्र माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ ही कार्यक्रम का आरंभ हुआ । इस अवसर पर काव्य पाठ का आयोजन किया गया जिसमें । महाविद्यालय की छात्राओं ने अपनी दमदार प्रस्तुति से समां बांध दिया । कार्यक्रम के संयोजक डॉअवनीन्द्र कुमार पाण्डेय ने स्वरचिता प्रेरक कविता थका जरूर हूँ, पर हारा नहीं हूँ मैं । न जाने अभी भी, कितनों का सहारा हूँ मैं सुनाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया । छात्राओं में ज्योति सिंह ने हरिवंश राय बच्चन की लिखी हुई कविता -खुदा ने नवाज़ा हमें जिन्दगी देकर- सुनाकर सबकी तालियां बंटोरी तो वही अनन्या सिंह ने – हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं – दुष्यंत कुमार रचित इन पंक्तियों को सुना कर के सब का हृदय उत्साह से भर दिया । इसी क्रम में शितिका सिंह, शिखा रावत और सन्नी ने स्वरचित कविताओं के द्वारा शहीदों को याद कर सभा में वीर रस का माहौल बना दिया । अंत में डॉ पवन कुमार सिंह ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के अद्भुत व्यक्तित्व का के बारे में अपने विचार रखे । सभा की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ मुनीब शर्मा ने कहा सरदार वल्लभ भाई पटेल जैसा व्यक्तित्व धरती पर यदा-कदा ही पैदा होता है । इस संबंध में उन्होंने एक शेर भी सुनाया – हजारों साल नरगिस अपनी बेनूरी पर रोती है । तब जाकर चमन में कहीं दीदावर पैदा होता है।। इस सभा का समापन राष्ट्रगान, वल्लभ भाई पटेल अमर रहे और राष्ट्रीय एकता जिंदाबाद के नारों से हुआ । सभा में दीपक पराशर, डाॅ बालमुकुंद यादव डॉ छविनाथ प्रसाद, चंद्रदीप यादव अमन मौर्य आदि उपस्थित रहे ।।