🟥 संत कबीर नगर / कुरैश अहमद सिद्दीकी

22 वर्षों से समाजवादी पार्टी की निस्वार्थ सेवा कर रहे जिला उपाध्यक्ष समाजसेवी प्रदीप सिंह सिसोदिया ने समाजवादी पार्टी से त्यागपत्र दे दिया है।

श्री सिसोदिया ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि जो समाजवादी पार्टी स्वर्गीय डाक्टर राम मनोहर लोहिया के विचारों और आदर्शों पर चल रही थी अब पूरी तरह परिवारवाद जात पात की राजनीति पर आधारित हो चुकी है और पूरी तरह दलालों के जाल में फंस चुकी है।

जब जब चुनाव आता है निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अनदेखी और उपेक्षा कर के दल बदलुवों को टिकट दे दिया जाता है जिसका संत कबीर नगर की तीनों विधान सभा सीटों पर 2022 के विधान सभा चुनाव का खमियाजा समाजवादी पार्टी को भुगतना पड़ा है।
निस्वार्थ पार्टी और समाज की सेवा करने वाले प्रदीप सिंह सिसोदिया ने कहा कि 2012 विधान सभा चुनाव से टिकट की दावेदारी कर रहा हूं 2014 लोकसभा 2017 विधान सभा 2019 लोकसभा 2022 विधान सभा तक एक निष्ठावान कार्यकर्ता होने के नाते टिकट मांगा और राष्ट्रीय अध्यक्ष द्बरा पूरा आश्वासन भी दिया गया मगर ऐन समय पर दल बदलुवों को तरजीह दी गयी।

श्री सिसोदिया ने आगे कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष द्बरा जाहिलों के हाथों में जिला की कमान सौंप देना भी जिला में पार्टी को खत्म करने के लिए काफी था जिसका परिणाम तीनों विधानसभा की हार से साबित होता है।

2020 में यूथ आईकॉन से सम्मानित समाज सेवी प्रदीप सिंह सिसोदिया ने समाजवादी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब नेता जी मुलायम सिंह यादव के हाथों से पार्टी की कमान ली गयी तभी से पार्टी पर जवाल शुरू हो गया और आहिस्ता आहिस्ता पार्टी में निष्ठावान कार्यकर्ताओं का पूरी तरह उत्पीड़न शुरू हो गया यहां तक कार्यकर्ताओं से ज्यादा दल बदलुवों को सम्मान और तरजीह मिलने लगा जैसे हाल ही में संपन्न हुआ उत्तर प्रदेश का विधान सभा चुनाव परिणाम गवाह है।
इन्हीं सब कारणों से आहत हो कर मैं समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देता हूं।