✍️नरेश सैनी

निरंकारी भक्तों ने पौधे लगाकर फैलाई स्वच्छता की महक

🟥मथुरा – संत निरंकारी मिशन ने स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में भारत को हराभरा खुबसूरत वनों का देश बनाने हेतु 2 वर्ष पूर्व शुरू की गई श्रंखला वननेस – वन अभियान के तीसरे चरण में देश के 500 से अधिक ब्रांचों में दो लाख से ज्यादा पौधे लगाकर वास्तविक देशभक्ति का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया है। सत्गुरू माता सुदीक्षा महाराज के आशीर्वाद से ” वननेस-वन ” नाम की इस परियोजना के तहत मथुरा के हाइवे स्थित नवादा के उच्च प्राथमिक विद्यालय में रविवार को निरंकारी प्रचारक महात्मा श्री मोहन सिंह, सेवादल शिक्षक योगेश कुमार तथा प्रेस एवं पब्लिसिटी प्रतिनिधि किशोर स्वर्ण के साथ निरंकारी सेवादार भक्तों ने 60 से ज्यादा पौधे लगाए, जबकि इसी स्थान पर गतवर्ष लगभग सवा सौ पौधे लगाए गए थे।महात्मा मोहन सिंह ने बताया कि निरंकारी बाबा हरदेव सिंह द्वारा कहे गए स्वर्णिम शब्द ‘ प्रदूषण अंदर हो या बाहर दोनों ही हानिकारक है ’ – इस अमोलक कथन को निरंकारी मिशन कई वर्षो से विभिन्न सामाजिक धर्मार्थ गतिविधियों में भागीदारी लेने हेतु एक प्रेरक शक्ति के रूप में उपयोग कर रहा है। मानवता को समर्पित निरंकारी मिशन की कल्याणकारी गतिविधियों में मेगा वृक्षारोपण अभियान, रक्तदान शिविर, स्वच्छता अभियान, जल संरक्षण परियोजनाएँ, पर्यावरणीय मुद्दों के बारे में जागरूकता अभियान इत्यादि सभी सेवाएं सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के मार्गदर्शन श्रद्धालु भक्तों द्वारा निरंतर क्रमवार रूप में जारी है।सेवादल शिक्षक योगेश कुमार ने बताया कि दो वर्ष पूर्व सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज एवं निरंकारी राजपिता के पावन आशीर्वाद से, संत निरंकारी मिशन ने पर्यावरण संरक्षण के उपलक्ष्य पर ‘ वननेस वन ’ नामक एक मेगा परियोजना का आरम्भ किया। जिसका लक्ष्य ‘ वृक्षों के समूह ’ का रोपण करना एवं इनकी देखभाल करना था। इसके अंतर्गत संपूर्ण भारतवर्ष के लगभग 317 स्थानों पर 1.30 लाख पौधों का रोपण किया गया, वहीं गतवर्ष दूसरे चरण में 403 स्थानों 1.65 लाख पौधे लगाए गए, इसी कड़ी के तीसरे चरण में 500 से भी अधिक स्थानों पर दो लाख पौधे लगाने का लक्ष्य लेकर ‘ मेगा वृक्षारोपण अभियान ’ चलाया गया। निरंकारी प्रतिनिधि किशोर स्वर्ण ने कहा कि आज जब पृथ्वी ग्लोबल वाॅर्मिंग की समस्या से जूझ रही है, तो ऐसे समय में वृक्षारोपण का महत्व ओर अधिक बढ़ गया है। वर्ष 2020 से कोरोना संकट ने हम सभी को प्रकृति की अमूल्य देन, प्राण वायु अर्थात् ऑक्सीजन का महत्व समझाया। साथ ही इसकी कमी से उत्पन्न होने वाले सभी दुष्प्रभावों से भी हमें भली भांति अवगत करवाया। ज्ञात रहे कि मनुष्य का जीवन जिस प्राण वायु पर आधारित है वह हमें इन वृक्षों से ही प्राप्त होती है। अतः इनका संरक्षण करना न केवल हमारा कर्तव्य है अपितु हमारे जीवन के लिए भी महत्वपूर्ण है।मथुरा के जोनल इंचार्ज एच के अरोड़ा जी तथा सेवादल संचालक अशोक दयालु ने पौधे लगाने वाले सभी सदस्यों को बधाई देते हुए कहा कि निसंदेह निरंकारी मिशन की ऐसी कल्याणकारी योजनाएं ‘ पर्यावरण संरक्षण ’ एवं धरती को सुंदर बनाने हेतु एक प्रशंसनीय एवं सराहनीय कदम है जिस पर चलकर धरती को और अधिक स्वच्छ, सुंदर एवं निर्मल बनाया जा सकता है।