साध्वी कृष्णानंद जी महाराज की सुरीली भजन से झूम उठे समस्त भक्तजन

✍️ANA/Indu Prabha

🟥खगड़िया (बिहार)। महामंडलेश्वर आचार्य भास्करानंद ने शिव पुराण कथा का प्रवचन करते हुए कहा भगवान शंकर की कृपा प्राप्त होती है। कोई अच्छे महापुरुष का संग मिल जय तो समझो तेरा कल्याण हो गया। अच्छे प्रश्न का अच्छे महापुरुष बहुत आदर करते हैं। आत्म कल्याण की बातें पूछें, न की दुनिया के बारे में पूछें। शिव पुराण से ज्ञान बढ़ती है, भक्ति बढ़ती है। भगवान शंकर उसी चिता के भस्म से स्नान करते हैं। और आप शमशान से आते ही स्नान करते हो। व्यक्ति मरने से क्यों डरता है । तीन भय के कारण ही लोग मरने से डरते हैं। शिव पुराण सुनने का मतलब है हम शिव के हो गए। संपत्ति छूट जायेगी , चिंता मत करना जब भगवान शिव के हो जाओगे। प्रभा अच्छा हो तो आगे भी अच्छा जी होगा। शिव पुराण भगवान शंकर से निकली है। दोनो के आदि श्रोत भगवान शंकर हैं। एक करोड़ श्लोकों वाला स्रोत है। शिव पुराण सुनने मात्र से उनको अपने ऐसा कर देता हूँ, भगवान शंकर कहते हैं। शिव पुराण सुनने के बाद हमारे पाप नष्ट हो जाते हैं। कथा सुनना धर्म का एक अंग है। भगवान शंकर तो देने वाले हैं। आपके कहे ही महादेव सुन लेते हैं। सुर असुर भी भगवान शंकर की जी आराधना करते थे। साध्वी कृष्णानन्द जी महाराज की सुरीली आवाज में भजन की प्रस्तुति से श्रद्धालु भक्तों ने आनंद उठाया। भास्करानंद जी महाराज ने कहा ब्राह्मण समाज का आईना होता है। जो समझदार है वही ब्राह्मण है। ब्राह्मण भी बुरे लोगों के बीच रहने से वे भी बुरे हो जाते हैं । बुरे लोगों के बीच में जाने से बचो। काजल की कोठरी में काजल लगाने के लिए प्रयास भी नहीं करना पड़ेगा। बुरे लोगों की संगत मत करना। भाजो रे मन .. करते भजन में भंग, एक भागवत भक्त न हो उनका संग मत करो। भगवान की तरफ कदम मुश्किल से उठते हैं। भास्करानंद जी महाराज के प्रवचन का लाइव टेली कास्ट भी होबराहा था। महाशिव पुराण कथा के आयोजक थे स्वo सीता राम अग्रवाल के पुत्र शिव कुमार जालान एवं उनकी पत्नी सरिता देवी। उपास्थित गणमान्य लोगों में प्रमुख थे बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ अरविन्द वर्मा, प्रमोद केडिया, घनश्याम सोनी, संजय गुप्ता, अरविन्द योगी, नीलम देवी, सरिता बजाज, डोली खेरिया आदि।