🛑रिपोर्ट नरेश सैनी

🟥मथुरा। संस्कृति आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज में नए सत्र का शुभारंभ करते हुए संस्कृति विवि के कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता ने प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को आयुर्वेद चिकित्सा के भविष्य और उपयोगिता के बारे में जानकारी देते हुए

कहा कि आने वाले समय में आयुर्वेद विश्व के स्वास्थ्य की एक बड़ी उम्मीद है, जिसके लाभ को सारे विश्व ने कोरोना काल में देखा है।
उन्होंने कहा कि विश्व में आयुर्वेद चिकित्सा दिवस भी एक दिन उसी तरह से मनाया जाएगा जिस तरह से आज योग दिवस मनाया जाता है।

कोरोना काल में सारे विश्व ने आयुर्वेद की ताकत को स्वीकार किया है और आयुर्वेद चिकित्सा को आज सारा विश्व भविष्य की एक बड़ी उम्मीद के रूप में देख रहा है। ऐसे में आयुर्वेद चिकित्सा को कमतर न आंकें और पूरे मन से इसका अध्ययन करें क्योंकि यह आपका उज्ज्वल भविष्य है।

डा. सचिन गुप्ता ने जोर देते हुए कहा कि एमबीबीएस में प्रवेश न मिल पाने पर आप लोगों ने बीएएमएस का चयन किया है, ऐसा माना जाता है। लेकिन ये जान लें कि दोनों ही डिग्रियों का समान महत्व है और कुछ वर्षों में ही बीएएमएस की उपयोगिता सारा विश्व स्वीकार करेगा और इसको हासिल करने वालों की मांग बहुत बढ़ेगी।

इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति डा. एमबी चेट्टी ने विद्यार्थियों को बताया कि वे अपनी कक्षाओं को में अधिकतम उपस्थिति दर्ज कराएं। उन्होंने विद्यार्थियों का शिक्षकों से परिचय भी कराया। आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. मोहनन ने विद्यार्थियों को उनके पाठ्यक्रम और पहले वर्ष में उनके सिलेबस की जानकारी दी।

नवीन सत्र के दीप प्रज्ज्वलन कर हुए शुभारंभ पर विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी कीं जिनमें नवीन सत्र और सीनियर कक्षाओं के विद्यार्थियों ने भी भाग लिया। कार्यक्रम में उपस्थित डा. रजनीश त्यागी ने नवीन सत्र में प्रवेश लेने वाले सभी विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।