🔴वाराणसी / रोहनिया/–राज्य ललित कला अकादमी उत्तर प्रदेश लखनऊ और महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ गंगापुर परिसर के संयुक्त तत्वाधान में संचालित ग्रीष्मकालीन चित्रकला कार्यशाला के पांचवे दिवस पर काशी के चित्रकार डॉ शशि कान्त नाग ने प्राचीन भारतीय कला से संबंधित पेस्टल चित्रण विधि और पारंपरिक पद्धति में लघु आकार के डेकोरेटिव चित्र बनाने की विधि प्रविधि पर प्रकाश डाला। और प्रशिक्षुओं को पिस्टल चित्र बनाने के लिए तथा छोटे आकार के लघु चित्र बनाने तथा प्रदर्शन करने के तरीके के बारे में बताया।

कार्यशाला में प्राध्यापक गौरव दुबे ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
आज की कार्यशाला में सलोनी त्रिपाठी, सौम्या मिश्रा हर्षिता गुप्ता अनीश कुमार केसरी, स्मृति मौर्या, रितिका गुप्ता, प्रियम कुमार एवं प्रिया सिंह के कार्य विशेष रूप से सराहनीय रहे। कार्यशाला में इंडिया बुक रिकॉर्ड प्राप्त सुश्री नेहा विश्वकर्मा ने प्रतिभागियों के उत्साह को जागृत किया। इस अवसर पर जयदीप कुमार राय आशीष पटेल रविशंकर सिंह आदि उपस्थित रहे।