*छात्राओं ने प्रस्तुत किया सांस्कृतिक कार्यक्रम खूब बटोरी तालियां*

*महाविद्यालय के निर्माण में बाबू रामजी सहाय ने बेच दिए थे पत्नी के गहने, और सर्विस रिवाल्वर*

*विनय कुमार गुप्ता की विशेष कवरेज*
प्रतिनिधि रुद्रपुर देवरिया
शुक्रवार को रामजी सहाय स्नाकोत्तर महाविद्यालय के पचास वर्ष पूरे होने पर सवर्ण जयंती समारोह मनाई गया। इस दौरान महाविद्यालय के छात्र और छत्राओ ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत तालियां बटोरी। महाविद्यालय के खचाखच भरे पांडाल में कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय के संस्थापक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, पूर्व विधायक रहे स्वर्गीय रामजी सहाय की प्रतिमा पर मुख्य अतिथि, लाल बहादुर शास्त्री केंद्रीय संस्कृति विश्वविद्यालय दिल्ली के कुलपति प्रोO मुरली मनोहर पाठक, विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर आरपी पाठक, विशिष्ट अतिथि स्वर्गीय राम जी सहाय के पुत्र राजेश श्रीवास्तव, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर बृजेश कुमार पांडे के द्वारा माल्यार्पण तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आरम्भ देवी सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया।
इस दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा सभी अतिथियों को पुष्पगुच्छ अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय की छात्रा दिव्या दुबे द्वारा देवा श्री गणेशा नृत्य प्रस्तुत कर किया गया, त्तपश्चयत नव्या, अर्चना, बंदना, करिश्मा की टीम ने सयुक्त रूप से गरबा नृत्य, सिद्धार्थ सोनकर द्वारा शिव तांडव नृत्य, शबा खान द्वारा राधा कृष्ण के भक्ति से भरे गीत पर सुंदर नृत्य प्रस्तुत करके खूब तालियां बटोरी।
इस मौके पर पूर्व छात्र संघ पदाधिकारी गगन विहारी गुप्त, सुनील कुमार गुप्त, मनोज कुमार भाटिया,विजय यादव,आनन्द शंकर मणि, पूर्व ब्लाक प्रमुख जटाशंकर द्विवेदी,पूर्व चेयरमैन सुभाष चन्द्र मद्धेशिया, बृजेन्द्र सिंह, डॉ अशोक सिंह, पीएन दुबे, चंद्रभान वर्मा, अन्य लोगों का विद्यालय परिवार के द्वारा माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।
रुद्रपुर कछार क्षेत्र में शिक्षा का अलग जगाने वाले रुद्रपुर के मालवीय कहे जाने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पूर्व विधायक राम जी सहाय ने महाविद्यालय की के निर्माण में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया था भूमि दान देने के साथ ही उन्होंने अपनी पत्नी के जेवर को भी बेच दिया साथ ही धन के अभाव में अपने सर्विस रिवाल्वर तक बेचकर पैसा महाविधालय के निर्माण में लगा दिया था। आज महाविद्यालय अपना 50 वर्ष पूरे होने पर भव्य रुप से स्वर्ण जयंती समारोह मना रहा है।