🟥देवरिया
मोदी जी व योगी जी के आह्वान पर
लोकल फार वोकल के सिद्धान्त पर अमल करते हुए बालसुधा बाल्मीकि अपने व अपने परिजनों द्वारा निर्मित झाड़ू, सुप, डोलची, आदि को अपनी मोटर सायकिल को चलता फिरता ब्यावसायिक प्रतिष्ठान का रूप देकर लगभग दो कुंतल साठ किलो माल लाद कर यूपी व बिहार के दस जिलों से अधिक कवर कर सबेरे से शाम तक बेचते हैं,,, और अपने 5 बच्चों को बेहतर शिक्षा दे रहे है, पति पत्नी पूर्णतया शाकाहारी हैं,,
उन्होंने बताया कि एकसाल पूर्व माननीय मुख्यमंत्री योगी जी के जनता दरबार गोरखपुर में अपनी एक फरियाद लेकर गया था, मेरी बात सुनने के पश्चात जब योगी जी आगे बढ़े तो मैंने कहा कि गुरु जी हम मोटर सायकिल से झाड़ू बेचना चाहते हैं,, यह सुन कर योगी जी लौट आये और कहे कि,,,बेंचो,,,,,,
तब अपने द्वारा बांस से ही तैयार किये गए स्ट्रक्चर को मोटरसाइकिल पर फिट कर अपना काम स्टार्ट कर दिया और आज में इस काम से पूर्णतया सन्तुष्ट हु,,,,,,
✍️मृत्युंजय गुप्ता विशारद