मथुरा
रिपोर्ट सत्येंद्र यादव

मथुरा / जनपद के आखिरी गांव मादौर के बाशिन्दे पिछले 25 सालों से सड़क और खारे पानी के लिए संघर्ष कर रहे थे। ग्राम पंचायत मादौर में ना पानी पीने की कोई उचित व्यवस्था थी और ना ही आवागमन के लिए कोई सड़क की व्यवस्था थी । इसके लिए भारतीय किसान यूनियन भानु ने लगातार एक के बाद एक क़ई आंदोलन किये । आखिरकार 17 नवंबर 2020 को भारतीय किसान यूनियन भानू ने पांच दिवसीय अनिश्चितकालीन धरना दिया जिसमें जिला प्रशासन के आला अधिकारीयों ने धरने को समाप्त कराते हुए खुले मंच पर आश्वासन दिया था कि पांचों गांव में पानी और शीघ्र ही सड़क की व्यवस्था कर दी जाएगी । उसके बाद भारतीय किसान यूनियन भानु लगातार जिला प्रशासन को ज्ञापन के माध्यम से बार बार समस्याओं को उठाती रही, इसका असर हुआ और ग्राम पंचायत मादौर में 25 साल के बाद सड़कें और मीठे पानी की व्यवस्था प्रशासन द्वारा करायी जा रही है। इसी तरह भाकियू भानू ने ग्राम पंचायत पचावर की अनेक समस्याओं को लेकर 5 जून को खानपुर पर तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन किया था, इस सम्बन्ध में राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री हरेश ठेनुआं ने बताया है कि सिचाई विभाग ने नगला लोका की 30 साल पुरानी माइनर को रात दिन युद्व स्तर पर JCB चलाकर टेल तक खुदाई करा दी है, और एक दो दिन में लोका नगला और पचावर के आसपास के किसानों को सिचाई के लिए पानी उपलब्ध हो जायेगा। जिलाध्यक्ष देवेन्द्र पहलवान ने बताया कि खानपुर के धरने में जो मांगे रखी थी उनमें से खण्ड विकास अधिकारी बलदेव ऋषिपाल सिंह ने गांव पचावर की पोखर पर ट्रॉली लगाकर पानी निकासी की व्यवस्था कर दी है, खण्डविकास अधिकारी ने कहा कि वह दो दिन के भीतर नगला लोका की पोखर के जल भराब की समस्या का निस्तारण कर देंगे। प्रेदश महासचिव तोमर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजकुमार राना, इंस्पेक्टर श्यामपाल सिंह , रीतराम ठाकुर, डॉ अशोक सिकरवार, युवा जिला अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह , रामेश्वर सिकरवार ,जगदीश रावत कुंतभोज रावत, साधु प्रधान , सुबेदार रामफल सिंह, रामेश्वर शर्मा, विक्रम सिंह चौधरी, गिर्राज सिंह फौजदार, देवी सिंह बड़ौनीया , डॉ प्रकाश तोमर, महेंद्र सिंह राजपूत, गुड्डा मास्टर, भोला सिकरवार, अंबरीश बाबा, आदि ने प्रशासन की सराहना की है।