बस्ती, 26 अगस्त 2021

एंक्वास (नेशनल क्वालिटी एश्यारेंस सार्टिफिकेशन) की टीम ने जिला महिला अस्पताल में उपलब्ध एक-एक सुविधा का गुरुवार को वर्चुअल जायजा लिया । भारत सरकार की दो सदस्यीय टीम ने वीडियो कॉलिंग के जरिए इस प्रक्रिया को पूर्ण किया। मूल्यांकन के दौरान अस्पताल में सारी व्यवस्था बदली हुई नजर आ रही थी। दुपहिया व चार पहिया वाहनों को सलीके से सुरक्षा कर्मी खड़ा करा रहे थे। अस्पताल के बाहर का अतिक्रमण पूरी तरह साफ हो चुका था, तथा रंगाई के बाद दीवारें चमक रही थीं। दीवारों पर स्वास्थ्य व पोषण संबंधी जानकारियां लिखी गई थीं। अधिकारियों की टीम सत्यापन कार्य में सहयोग प्रदान कर रही थी।भारत सरकार की ओर से एंक्वास मूल्यांकन के लिए जनरल मैनेजर आरोग्य, हेल्थ केयर ट्रस्ट, तेलंगाना डॉ. दयानंद राव व निगिनी पाउल्स, जिला क्वालिटी एश्योरेंस आफिसर केराका को नामित किया गया है। सुबह लगभग नौ बजे यह अधिकारी अलग-अलग दो मोबाइल फोन के जरिए वीडियो कॉलिंग से जुड़े। एक अधिकारी द्वारा ओपीडी, फार्मेसी, पैथॉलोजी व दूसरे द्वारा ऑपरेशन थियेटर, लेबर रूम, एसएनसीयू आदि की सुविधाओं का जायजा लिया गया। मुख्य रूप से छह विभागों को अधिकारियों द्वारा देखा गया। फार्मेसी में स्टॉक रजिस्टर, आलमारियों पर चस्पा दवाओं के नाम, टेबल पर उपलब्ध दवाएं आदि देखी गयीं। इसके बाद अधिकारियों ने शार्ट टाईम एक्सपॉयरी रजिस्टर मांगा, तो उन्हें बताया गया कि जब दवाओं की एक्सपॉयरी करीब आ जाती है, तथा स्टॉक ज्यादा होता है तो अन्य अस्पतालों को अतिरिक्त दवा को भेज दिया जाता है। फार्मेसी के इंचार्ज शैलेंद्र राय से टीम के लोगों ने कहा कि वितरण कक्ष में भी कम से कम एक सप्ताह का बफर स्टॉक रखिए तथा इसका रजिस्टर भी बनाईए। बगल में मौजूद पैथॉलोजी लैब, अल्ट्रासाउंड कक्ष को भी देखा। उन्हें बताया गया कि यहां पर जांच की सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं।

एंक्वास को देखते हुए सीएमओ के स्तर से महिला चिकित्सक डॉ. महनाज गनी व डॉ. शिप्रा शर्मा को महिला अस्पताल से सम्बद्ध किया गया है। इसके अलावा 13 सीएचओ को भी सम्बद्ध किया गया है। प्रयागराज की नर्स मेंटर प्रियंका पिछले कई दिनों से सुधार कार्य में लगी हुई है। अम्बेडकरनगर, महाराजगंज, गोरखपुर, देवरिया व संतकबीरनगर के क्वालिटी एश्योरेंस सेल के अधिकारियों ने समय-समय पर भ्रमण कर सुधार में सहयोग प्रदान किया। एंक्वास के दौरान इनमें से कई अधिकारी मौजूद भी रहे।

सीएमएस डॉ. सुषमा सिन्हा, जिला क्वालिटी एश्योरेंस कंसल्टेंट डॉ. अजय कुमार, राजकुमार सहित अन्य अधिकारी पूरे मूल्यांकन के समय मौजूद रहे।