🟥 पनियरा, महराजगंज पर तीन दिवसीय सेल्फ स्टीम कार्यशाला प्रशिक्षण के प्रथम बैच समापन हुआ। कार्यशाला का शुभारंभ खण्ड शिक्षा अधिकारी पनियरा गरिमा यादव मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। बी ई ओ ने कहा कि आज 21वीं सदी में जीवन कौशल की दक्षताओं को अपने विद्यालयों के बच्चों में समाहित करना अति आवश्यक है। प्रशिक्षक वरेश कुमार ने कहा कि सभी बच्चों में जेंडर रुढ़िवादिता के प्रति जागरूकता, किशोर-किशोरी में खुद के शरीर की छवि, बाड़ी इमेज और आत्मसम्मान में सुधार करने पर ध्यान केंद्रित करना है। वरेश कुमार ने कहा कि

सेल्फ स्टीम बेस्ट लाइफ स्टाइल प्रोग्राम किशोरों के बीच सकारात्मक शारीरिक छवि और आत्मसम्मान को बढ़ावा देने में मददगार साबित होगा। उन्होंने कहा कि आधा फुल सीरीज की छ: कामिक्स बुक जीवन कौशल के विभिन्न आयामों पर आधारित है। प्रशिक्षण कार्यशाला के अवलोकन हेतु आए अकादमिक रिसोर्स पर्सन महेंद्र चौहान ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण बच्चों का सर्वांगीण विकास करने में बहुत मददगार होगा। प्रशिक्षक रंजना ने बताया कि शारीरिक बनावट से जुड़ी भ्रांतियों को बच्चों में पहुंचाना एक चुनौती है जिसे हम शिक्षको को इसके हानिकारक पहलुओं समझाना और मीडिया के जाल से उन्हें बचाना होगा। कार्यशाला के समापन अवसर पर उपस्थित अकादमिक रिसोर्स पर्सन अवधेश गुप्ता ने कहा कि जिला स्तरीय प्रशिक्षक वरेश कुमार द्वारा दिए गए इस प्रशिक्षण से समाज में जागृति आएगी एवं किशोरों के आत्मसम्मान को बढ़ावा मिलेगा। प्रशिक्षण का उद्देश्य बच्चों को एक उत्पादक जीवन जीने और समाज में भाग लेने के लिए आवश्यक कौशलों से लैस करना है।

प्रशिक्षक वरेश कुमार ने बताया कि प्रतिभागियों को पी पी टी, समूह कार्य, नाटक, चर्चा आदि के माध्यम से जानकारी दी गई जिसे सभी प्रतिभागी जूनियर की कक्षाओं के बच्चों को रुचिकर विधि से प्रदान करेंगे।
कार्यशाला में कम्पोजिट विद्यालय के शिक्षक व अनुदेशक शिवेंद्र कुमार, लालता सिंह मौर्य, सुधा चौहान, रीना यादव, सरोज गुप्ता, नवीन कुमार, संजय शुक्ला, मुकेश कुमार, संतोष यादव, ओमप्रकाश यादव, मु० युनुस, रविन्द्र गुप्ता, राजेश कुमार यादव, नन्दन जायसवाल सहित पचास प्रतिभागी उपस्थित रहे। अन्त में राष्ट्रगान से कार्यशाला सम्पन्न हुई।