✍️जी पी दुबे *संवाददाता*

🟥बस्ती मई निकाय चुनाव के मतगणना के दौरान बक्से में अभिलेख से कम मतपत्र पाए जाने पर मतपत्र की चोरी का मुकदमा दर्ज किया है।

आरोप है कि मतदान कराने वाले कर्मियों ने मतदान के दौरान यह मतपत्र चुरा लिया था और मतगणना के समय बचने के लिए मेज के नीचे फेक दिया गया। मतपत्र चोरी का यह मामला जिला निर्वाचन अधिकारी/डीएम प्रियंका निरंजन के पास पहुंचा और उन्होंने एसडीएम को जांच करने को कहा |
निर्वाचन अधिकारी/एसडीएम की तहरीर पर मतदान कराने वाले पीठासीन अधिकारी राजकुमार विश्वकर्मा और मतदान अधिकारी प्रथम सतेंद्र सिंह के खिलाफ कारवाई की गई है। पुलिस ने मतदान अधिकारी जिला पंचायत लिपिक को हिरासत में ले लिया है।
तहरीर के अनुसार नगर पंचायत नगर बाजार के अध्यक्ष और सभासदों के मतों की गिनती चल रही थी। टेबल नंबर आठ पर वार्ड संख्या छह और बूथ संख्या आठ भैंसबरहा में पड़े मतों में बाबूराम को 95, रामनरेश चौधरी को 113, वीरेंद्र कुमार को 146, सुधाकर दूबे को 120 और सुमन को 132 मत मिले थे।
वीरेंद्र कुमार को निर्वाचित घोषित कर दिया गया। इसको लेकर हारे भाजपा प्रत्याशी राम नरेश चौधरी ने आपत्ति की।
मतपत्र लेखा में अंकित मतों से 48 मत कम पाए जाने पर फिर से मतगणना की मांग की गई। निर्वाचन अधिकारी ने मतगणना समाप्ति के बाद मतों की दोबारा गिनती करने की बात कही। इसे लेकर हंगामा होने लगा। आरोप लगा कि मतपत्र मेज के नीचे फेंक दिए गए हैं।