मथुरा
✍️रिपोर्ट सत्येंद्र यादव

🔴मथुरा/बलदेव- भारतीय किसान यूनियन भानु के कैम्प कार्यालय पर भारतीय संस्कृति के रक्षक महाराजा सूरजमल की 316 बी जयंती बड़ी धूमधाम से मनायी गयी। प्रदेश महासचिव रामवीर सिंह तोमर ने कहा कि महाराजा सूरजमल ने मुगलों से व्रजवासियों की रक्षा की थी । उन्होंने बताया कि महाराजा सूरजमल ने 80 से ज्यादा युद्ध लड़े और हमेशा अजेय रहे ।
कैम्प कार्यालय पर राष्ट्रीय प्रवक्ता हरेश ठेनुआ ने महाराजा सूरजमल की तस्वीर पर माल्यापर्ण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और कहा कि महाराजा सूरजमल ने मानवता की रक्षा के लिए दिल्ली पर चढ़कर मुगलों से लंबी लडाई लड़ीं। उन्होंने बताया कि महाराजा सूरजमल के शासन काल मे धर्म के नाम पर भेदभाव या उत्पीड़न का कोई उदाहरण नहीं मिलता, जबकि अहमद शाह अब्दाली की सेना ने मथुरा बृन्दावन और गोकुल में अत्याचार और विनाश का नग्न प्रदर्शन किया था। उन्होंने बताया कि भारतीय राज्य व्यवस्था में सूरजमल का योगदान सैद्धान्तिक, बौध्दिक ही नहीं बल्कि रचनात्मक एवं व्यवहारिक था। शासन चलाने के सभी श्रेष्ठ गुण, ऊर्जा, साहस, चतुराई, निष्ठा, कभी पराजय स्वीकार न करने बाली अदम्य भावना सबसे बढ़कर विद्यमान थी। उन्होंने भरतपुर में अभेद्य लोहागढ़ का किला बनबाया था जिसे 13 बार आक्रमण करके भी अंग्रेज हिला तक नहीं सके थे , लोहागढ़ का किला एकमात्र ऐसा किला है जिसे कोई नहीं जीत पाया और हमेशा अभेध रहा। जगदीश रावत, श्यामपाल सिंह , कुंतभोज रावत , डॉ राधेलाल सिकरवार, रामेश्वर सिकरवार, डॉ अशोक सिकरवार, गोपाल सिकरवार, विक्रम सिंह चौधरी , रामगोपाल फौजी, उमा तोमर, जिला महामंत्री रामेश्वर शर्मा वेदप्रकाश तोमर ,सौनवीर सिंह तोमर, गिर्राज सिंह फौजदार , गुड्डा भरंगर , धर्मवीर भरंगर , नाहर सिंह रावत , कुशल पाल सिंह चौधरी, आदि कार्यकर्ताओं ने इस अवसर पर अपने विचार रखे।