महराजगंज / नई शिक्षा नीति के तहत पनियरा बीआरसी पर बेसिक शिक्षकों को बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान की प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है। कोविड प्रोटोकॉल को ध्यान में रख कर दो बैच में बीस-बीस शिक्षकों को चार दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के द्वितीय बैच का प्रशिक्षण आज बुधवार को समापन हुआ। प्रशिक्षण में बीईओ हेमंत कुमार ने शिक्षकों को बताया कि छात्रों के जीवन के पहले 6 वर्ष अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। इन वर्षों में छात्र बहुत कुछ सीख सकते हैं तथा भाषाओं और संख्यायों का ज्ञान इस उम्र में प्राप्त करने से जीवनपर्यंत काम आता है। नई शिक्षानीति 2020 में बच्चों की बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान तथा भाषा शिक्षण पर विशेष ध्यान दिया गया है। प्रशिक्षक वरेश कुमार ने पीपीटी के द्वारा बुनियादी संख्या ज्ञान की अवधारणा, कौशल व सीखने के क्रम की जानकारी दी। वरेश कुमार ने नई शिक्षा नीति में बदलाव, एफ एल एन की मुख्य दक्षता और निपुण भारत के उद्देश्य, बच्चों के सीखने के प्रमुख सिद्धांत, मौखिक भाषा विकास और आंकलन विषय पर खेल व गतिविधि के माध्यम से प्रकाश डाला। प्रशिक्षक प्रवीण कुमार ने संख्या ज्ञान, बुनियादी गणित संसाधन और अवधारणा पर प्रकाश डाला। ए आर पी संजय पासवान ने डिकोडिंग, पठन, लेखन विकास पर विस्तार से चर्चा किया। ए आर पी संजय यादव ने गणित की प्रकृति और आंकलन पर प्रकाश डाला। ए आर पी महेंद्र चौहान ने बताया कि प्राथमिक स्तर के सभी शिक्षकों का प्रशिक्षण कोरोना प्रोटोकाल को ध्यान में रखकर चलाया जाएगा। छात्रों के जीवन के पहले 6 छः वर्ष अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। इन वर्षों में छात्र बहुत कुछ सीख सकते हैं तथा भाषाओं और संख्यायों का ज्ञान इस उम्र में प्राप्त करने से जीवनपर्यंत काम आता है। अंत में राष्ट्र गान के साथ इस बैच का समापन हुआ।