✍️रिपोर्ट राजन शुक्ला

🛑बहराइच जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने शहर में संचालित मदरसे का बुधवार सुबह निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मदरसे की स्थिति काफी खराब मिली 325 नामांकित छात्रों में महज 42 छात्र उपस्थित पाए गए। कक्षा एक, पांच 12 और 9 में छात्रों की संख्या शून्य रही।

शहर के मोहल्ला बक्शीपुरा में जामिया गाजिया फैजुल उलूम मदरसे का संचालन होता है। इस मदरसे में कक्षा एक से कक्षा 12 तक के छात्र अध्ययन करते हैं। मदरसे में कुल 325 छात्र नामांकित है। जबकि शिक्षण के लिए 14 शिक्षकों की तैनाती है। लेकिन पढ़ने के लिए छात्र ही नहीं आते हैं।
बुधवार को जिला बसंत कल्याण अधिकारी संजय कुमार मिश्रा ने मदरसे का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि मदरसे में मात्र 42 छात्र ही उपस्थित मिले। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने बताया कि कक्षा एक, पांच, नौ और 12 में छात्रों की संख्या शून्य रही। उन्होंने बताया कि मदरसे के प्रबंधक और परेशान को छात्रों की संख्या बढ़ाने के हिदायत दिए गए हैं उन्होंने कहा जगह छात्रों की संख्या नहीं बढ़ी तो कार्रवाई की जा सकती है।

*हमेशा निरीक्षण में कम मिले छात्र*
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने बताया कि जामिया गाजिया फैजुल उलूम मदरसे में निरीक्षण के दौरान 42 छात्र उपस्थित मिले ऐसे में एक शिक्षक पर सिर्फ तीन छात्रों को ही पढ़ाने का जिम्मा है। उन्होंने बताया कि शिक्षक और छात्रों के अनुपात मदरसे में छात्रों की संख्या काफी कम है। सरकार इन शिक्षकों को लाखों रुपए वेतन देती है ऐसे में इन्हें शासन के अनुसार छात्र संख्या बढ़ाना चाहिए।