🟥डॉ शशि कांत सुमन

🔴मुंगेर। बच्चों के मन के उत्साह और जिज्ञासा बढ़ाने का माध्यम है चहक प्रशिक्षण। उक्त बातें समग्र शिक्षा के डीपीओ विनय कुमार सुमन ने बीआरसी फुलका में प्रशिक्षु शिक्षकों को संबोधित करते हुए कही। ज्ञात हो कि बिहार शिक्षा परियोजना मुंगेर के द्वारा 1 सितंबर से ही पांच दिवसीय गैर आवासीय चहक प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम बुनियादी साक्षरता एवं संचालन कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित है। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य एक सीमित सीमा के तहत सभी बच्चों का विद्यालय में नामांकन सुनिश्चित कराने के लिए है। बच्चों का विद्यालय में ठहराव हेतु मनोरंजन पूर्ण खेल खेल में पठन पाठन सुनिश्चित करना है। विद्यालय से बच्चों का लगाव, परिचय ,अपनापन का भाव पैदा करने हेतु चहक प्रशिक्षण की अहम भूमिका है । वहीं प्रशिक्षक संजीव कुमार इरशाद आलम अंजनी कुमार ने विभिन्न विषय समीक्षा ज्ञान की अवधारणा स्थानिक समाज मापन आंकड़ों का प्रबंधन पैटर्न इत्यादि पर विशेष प्रकाश डालें। वही सभी प्रतिभागियों ने पूरी तन्मयता से पूरे प्रशिक्षण में अपनी सहभागिता निभाई। विद्यालय तत्परता के तहत क्या ?क्यों ?कैसे ?के माध्यम से शारीरिक विकास, भाषा विकास, संज्ञानात्मक विकास ,सामाजिक भावात्मक एवं नैतिक विकास, रचनात्मक एवं सौंदर्य बोध विकास पर जोर दिया गया । प्रशिक्षण में बंदना कुमारी ,रंजीत कुमार साहू ,अमित कुमार ,आदित्य कुमार ,ईला कुमारी, विभा कुमारी ,बेबी कुमारी ,उदय कुमार सिंह ,कपिल देव शर्मा साहित दर्जनों शिक्षक मौजूद थे।