✍️रिपोर्ट नरेश सैनी

🟥मथुरा बलदेव– जंगली सुअरों व अंबाला पशुओं ने आतंक मचा रखा है। भाकियू भानु के बरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रतन सिंह पहलवान ने बताया कि जंगली सुअरों ने उनकी एक एकड़ से ज्यादा आलू की फसल को बर्बाद कर दिया है। उन्होंने बताया कि वैसे ही मंहगे डीजल, खाद और बढ़ती लागत से किसान परेशान हैं। भाकियू भानु के बरिष्ठ किसान नेता रामवीर सिंह तोमर ने कहा है कि मंहगे डीजल के कारण खेती किसानी की लागत डेढ़ गुनी तक बढ़ गई है। किसानों को पोटाश और खाद पिछले साल से मंहगे खरीद कर फसलों में देने पड़े हैं। किसानों के लिए खेती घाटे का सौदा साबित हो गई है। लाभकारी मूल्य की बजाय लागत निकालना मुश्किल हो गया है। दिन रात आवारा जानवरों और जंगली

 

 

 

सूअरों से फसल बचाना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जंगली सुअरों को पकड़वाया जाये और किसान को उचित मुआबजा दिया जाये। हथकौली के किसान रमेश सिकरवार, गढ़सौली के सौनवीर सिंह, वेदप्रकाश, पचावर के किसान ओमप्रकाश ने बताया कि आवारा गौबंस और जंगली सुअरों ने किसानों का जीना दुश्वार कर दिया है। जगदीश रावत, कुंतभोज रावत, गिर्राज फौजदार, धर्मवीर भरंगर, गुड्डा मास्टर, अम्बरीश बाबा, रामफल सिंह, मानसिंह, शिवराज सिंह, जगमोहन सोलंकी, बलबीर सिंह मुखिया, उत्तम सिंह, नेत्रपाल सिकरवार, अजयपाल, खड़ग सिंह बेधड़क, हरिपाल परिहार ने प्रशासन से मांग की है कि प्रशासन जंगली सूअर और आवारा गौवंश से किसानों की फसल को बचाये और जिन किसानों की फसल जंगली सुअरों ने नष्ट की हैं उन्हें उचित मुआबजा दिया जाये अन्यथा किसान बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगे।