डॉ शशि कांत सुमन
पटना।बिहार में अपराधियों ने सुशासन की हवा निकाल दी है। एक हिंसक घटनाओं को पुलिस गुत्थी सुलझा भी नही पाती है कि सुशासन से बेखौफ अपराधी दूसरी घटनाओं को अंजाम देकर बिहार पुलिस को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं। वहीं पुलिस प्रशासन अपराधियों के सामने घुटने टेकने को मजबूर हो रही है। बिहार की राजधानी पटना में गुरुवार की रात बड़ी वारदात हुई। मोकामा थाना क्षेत्र के काल साइडिंग मोहल्ला के निकट बदमाशों ने रेलवे इंजीनियर को गोली मार दी। उन्हें गंभीर स्थिति में मोकामा स्थित एक निजी नर्सिंग होम में ले जाया गया। जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। वारदात के बाद स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
जानकारी के अनुसार मृतक की पहचान मोकामा नगर परिषद के वार्ड 15 निवासी सेवानिवृत्त गया सिंह के पुत्र पंकज कुमार के रूप में की गई। वे पूर्व मध्य रेल समस्तीपुर रेल मंडल कार्यालय में कनीय अभियंता के पद पर कार्यरत थे। वह बाइक से अपने घर वापस आ रहे थे। रात करीब 8 बजे सीआरपीएफ ग्रुप केंद्र मोकामाघाट के निकट कॉल साइडिंग टोला के निकट बदमाशों ने उन्हें ओवरटेक कर गोली मार दी। सूचना पर स्वजन घटनास्थल पर पहुंचे। खून से लथपथ सड़क पर गिरे इंजीनियर को उठाकर मोकामा के एक निजी अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा। सूत्रों का कहना है कि बदमाश लूटपाट की नीयत से पीछा कर रहे थे। सूनसान स्थान का फायदा उठाकर अभियंता को घेर लिया। आशंका जताई जाती है कि लूटपाट का विरोध करने पर बदमाशों ने गोली मार दी। लेकिन मृतक के गले सोने का चैन, मोबाइल, पर्स उसके पास ही मौजूद था। हत्या के पीछे कोई अन्य कारण भी हो सकता है। पुलिस अन्य नजरिये से भी तहकीकात कर रही है। सूत्रों का कहना है कि किसी प्रतिशोध में भी हत्या हुई होगी। इस प्रतिशोध का तार कहां से जुड़ा है पुलिस छानबीन में जुटी है।