✍️उमानाथ यादव

🟥रायबरेली – कार्तिक मास की देवस्थानी एकादशी पूजन पर्व पूरे जिले भर में शुक्रवार की सुबह से महिलाओं के द्वारा व्रत रखा गया एवं तुलसी पूजन का कार्यक्रम सुबह से लेकर शाम तक अनवरत चलता रहा जिसमें कच्चे घरों व पक्के घरों के लेपन पोतन एवं फूलों एवं चित्रों के द्वारा तुलसी माता के चित्र फोटो एवं दीवारों पर चित्रण कर सजाया और विभिन्न प्रकार के पकवान एवं पूजन सामग्री के साथ देव स्थानी एकादशी एवं तुलसी पूजन का कार्यक्रम संपन्न कराया गया तथा बाजारों में नए सूप ₹60 से लेकर ₹90 तक एवं गन्ने की एक गन्ना ₹10 से लेकर ₹25 तक जिले के बाजारों में बेचा गया और लोगों के कथन अनुसार बताया गया कि घरों में शाम को कार्तिक मास की एकादशी पर देव स्थानी देवता की दीपक जलाकर और घरों में लाइट लगाकर पूजन अर्चन किया जाता है और इसी खुशी के अवसर पर कार्तिक पूर्णिमा पर सपरिवार गंगा स्नान करते हैं तथा डलमऊ क्षेत्र के वरिष्ठ कवि एवं पत्रकार प्रदीप श्रीवास्तव व रामनिवास पंथी द्वारा बताया गया कि इस पर्व को लेकर कार्तिक मास में बड़ा महत्व होता है और कार्तिक मास भर सभी देवताओं का वास होता है तथा इस मास भर जो भी व्यक्ति पूजन अर्चन एवं उपवास रखता है तो उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं इसी तरह से नाथ खेड़ा गांव की 65 वर्षीय वृद्ध माता ननका यादव ने बताया कि इस कार्तिक मास के सभी होने वाले पर्व बहुत महत्वपूर्ण होते हैं जिसमें दीपावली धनतेरस भैया दूज छठ पूजा इत्यादि पर पूजा करने से लोगों के बिगड़े काम एवं कार्तिक मास दिनों पर पूजन एवं उपवास करने से उनकी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं इसी प्रकार से अटेवा के डलमऊ इकाई के संरक्षक प्रकाश चंद यादव एवं सत्येश प्रताप सिंह व अटेवा डलमऊ के मंत्री राजेश यादव ने बताया कि इस पर्व को लेकर करीब 1 हफ्ते से घरों में बड़ी तैयारी की जाती है तथा इस पर्व को लेकर क्या बूढ़े बच्चे एवं महिलाओं में उत्साह होता है क्योंकि इसी पर के 4 दिन बीतने के बाद कार्तिक पूर्णिमा मेला होता है जिसकी लोग बैल गाड़ियों तांगा साइकिल मोटरसाइकिल एवं चौपाया वाहनों से लोग सपरिवार गंगा स्नान करते हैं और वहां पर गंगा माता की पूजन अर्चन कर 3 5 11 21 51 दियाली का दीपक जलाकर गंगा माता की पूजन अर्चन करते हैं और यह पूजन अर्चन करने से सभी की मनोकामनाएं इस मास में पूर्ण हो जाती हैं