🟪वीरेंद्र सिंह

🟥उत्तर प्रदेश के अमेठी जनपद से बड़ी खबर जहां एक तरफ दलित समुदाय के लोगों को सरकार द्वारा दुकान खोलने के लिए सरकारी दुकान उपलब्ध कराई गई थी वहीं पर अमेठी जनपद के समाज कल्याण विभाग के अधिकारी कुछ लोगों से पैसे लेकर सरकारी आवंटित दुकानों को तुड़वाकर नई दुकानों का निर्माण करवा दिया है और जिन लोगों की दुकानें तोड़ी गई

 

 

है उन्होंने समाज कल्याण विकास अधिकारी अमेठी व मुख्य विकास अधिकारी से न्याय की गुहार लगाई है पिछले 6 महीना से जिले के प्रशासनिक अधिकारी लोगों को करते आ रहे गुमराह वहीं पर ग्राम सभा चेतरा बुजुर्ग के रहने वाले व्यक्ति पिंटू माही उर्फ प्रदीप कुमार ने आरोप लगाया है कि मेरी द्वारा निर्मित की गई दुकान को प्रशासन तिलोई द्वारा बुलडोजर द्वारा गिरा दिया गया है जबकि अन्य दो लोगों को 8 दुकानों को तुड़वाकर अधिकारी की मिली भगत से कब्जा दिला दिया गया है कोई भी कानून व्यवस्था यदि होती है तो सब के लिए या सिर्फ शासन सत्ता में काबिज लोगों के लिए होती है लेकिन वहीं पर अमेठी में देखा जा रहा है कि जिन लोगों से अधिकारियों को मोटी रकम मिलती है उनको तो जबरन दूसरे की दुकानों पर कब्जा दिला दिया जाता है वहीं पर जो गरीब है लाचार हैं वे दर – दर की ठोकरे खा रहे हैं अगर हम बात करें पीड़ित जगन्नाथ गौतम पूरे निहाल सिंह के रहने वाले हैं की जिनके माता-पिता व परिवार में कई समस्याएं हैं और बीमारी से बहुत दिनों से जूझ रहे हैं इन्होंने बताया कि मैं पिछले 7 सालों से दुकान लगातार मोहनगंज में खोल रहा था मेरी कपड़े की दुकान थी लेकिन पिछले 1 साल से मेरे बेटे का एक्सीडेंट हो गया है मेरे पिताजी बीमार हो गए और माताजी को फालिस हो गई जिसके कारण मैं दुकान नहीं खोल पा रहा था और इसी बीच जो अमेठी के प्रशासनिक अधिकारी हैं समाज कल्याण विभाग के भूमाफियाओं से मिलकर मेरी दुकान तुड़वाकर उसे पर नई दुकानों का निर्माण करा दिया है आखिर इन घूसखोर अधिकारियों पर योगी बाबा कब करेंगे कार्यवाही क्या इन दुकानों पर भी चलेगा बुलडोजर क्या पीड़ित जगन्नाथ को मिल पाएगा इंसाफ आखिर कहां गई उसकी दुकान?