🔴वाराणसी

🔻*रोहनिया/-प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र का तहसील राजातालाब इन दिनों सुर्खियों में छाया हुआ है आये दिन यहाँ के अधिकारियों कर्मचारियों पर वादकारियों अधिवक्ताओ द्वारा फर्जी आदेश,पत्रावली गायब,तिथि में फेरबदल इत्यादि कार्य करने का आरोप प्रत्यारोप लगाकर हंगामा धरना प्रदर्शन सभी को बहुत कुछ सोचने पर मजबूर कर दिया है।प्राप्त जानकारी के मुताबिक लोहता क्षेत्र के कोरौता गाँव निवासी श्याम नारायण बनाम मंगरु राम के नाम से फर्जी बटवारे का मुकदमा एसडीएम राजातालाब के यहाँ दाखिल किया गया मामला तब प्रकाश में आया जब श्याम नारायण व मंगरु राम के यहाँ कोर्ट से जवाबदेही की नोटिस भेजी गयी,नोटिस आते ही दोनो परिवार में हड़कम्प मच गया।शुक्रवार को तहसील राजातालाब पहुँचे मुकदमा वादी श्याम नारायण व प्रतिवादी मंगरु राम ने एसडीएम कोर्ट में तैनात पेशकार से वार्तालाप कर जानकारी लिया और कहा कि हम लोग कोई भी मुकदमा नही किये है और ना ही हम लोगो का यह हस्ताक्षर है किसी शरारती तत्व भूमाफिया का यह षड्यंत्र है परिवार में वाद विवाद कराना यही नही एसडीएम कोर्ट के यहाँ फाइल में लगे जवाबदेही गायब होने की जानकारी मिलते ही तहसील में हड़कम्प मच गया।वही पीड़ित परिवार के प्रभु का कहना रहा कि यह सब गलत कार्य बसंत सोनकर लेखपाल सगहट द्वारा कराया गया है क्योंकि दिलीप कुमार पुत्र रामजी निवासी टेकरिया का बटवारे का मुकदमा एसडीएम राजातालाब के न्यायालय में विचाराधीन था जो हार गए उसके बाद बसंत सोनकर लेखपाल ने अपने भाई संतोष सोनकर के नाम से दिलीप से भूमि का सट्टा करा लिया और वही बटवारे का फर्जी मुकदमा श्याम नारायण के नाम से दाखिल कराए होंगे।वही इस बाबत एसडीएम राजातालाब उदयभान सिंह का कहना रहा कि उक्त प्रकरण की जानकारी हमें नही है प्रकरण की जानकारी कर फर्जी दाखिला व फर्जी प्रकरण में संलिप्त अगर कोई भी कर्मचारी पाया गया तो उसके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जायेगी पीड़ित को न्याय दिलाना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है।