✍️अब्दुल गफ्फार खान की रिपोर्ट
🔴गोरखपुर(ब्रह्मपुर)
झंगहा क्षेत्र के नई बाजार में स्थित दिशा हास्पिटल में इलाज के दौरान हालत गंभीर होने पर डाक्टर द्वारा गोरखपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई थी।स्वजन मौत के लिए दिशा अस्पताल के संचालक डा0 सुनील मौर्य को जिम्मेदार कहते हुए तहरीर दी है।सुलह सपाटे की बात चल रही थी।लेकिन समझौता नहीं हो पाने पर डाक्टर मौर्य हॉस्पिटल का सारा सामान समेट कर सोमवार/मंगलवार की रात्रि
में भाग गया।ज्ञातव्य है कि इसी थाना क्षेत्र के नरेंद्रपुर निवासी रुदल पत्नी 42वर्षीय मिथिलेश देवी की तबियत खराब होने पर दिशा अस्पताल में 10मई को भर्ती कराया।डा0 मौर्य ने चेक करने के बाद बच्चेदानी में ट्यूमर होने की बात कर आपरेशन कराने की बात कहा।आपरेशन करने के लिए 10 हजार रूपये में बात हुई।डाक्टर द्वारा आपरेशन किया गया।आपरेशन के मरीज के स्थिति में सुधार नहीं होने पर रुदल द्वारा रिफर करने की बात की जाती रही।लेकिन डाक्टर द्वारा यह कहकर की घबराओ नहीं मरीज ठीक हो जायेगा।इस बीच खून चढ़ाने आदि के नाम पर रुदल से 75हजार रुपया डाक्टर द्वारा ले लिया गया। 16मई की रात्रि में मरीज की हालत अचानक खराब हो गई। 17मई को डाक्टर द्वारा अपने जानने वाले गोरखपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करा जहां उपचार के दौरान शाम को मरीज की मौत हो गई।स्वजन शव को लेकर रात में घर आए। 18मई को पुलिस को सूचना दिए।थानाध्यक्ष राजेंद्र मिश्र मय फोर्स आकर शव कब्जे में लेकर पी एम में भेज दिए।
रुदल की तहरीर पर पुलिस मुकदमा लिखने की बजाय तस्करा बावत मृत्यु बीमारी का लिखा।रुदल मुकदमा लिखवाने के लिए थाने का चक्कर लगा रहा है।डाक्टर समझौते के लिए प्रयास कर रहा था।लेकिन समझौते की उम्मीद नही होने पर डाक्टर अपना सारा सामान समेट कर चला गया।उक्त संबंध में प्रभारी इंस्पेक्टर राजेंद्र मिश्रा से जानकारी चाही गई कि उक्त केश में प्रथिमिकी दर्ज हो गई के जवाब में श्री मिश्रा ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है
।मुकदमा दर्ज हो जायेगा।जहा तक सामान समेट कर भागने की बात है।वह कहा भागकर जायेगा।