🟥संतकबीरनगर।

🔴जिला संतकबीरनगर का भूगोल नामक उर्दू भाषा में लिखी गई पुस्तक का विमोचन फारान इस्लामिक केंद्र कैथवलिया में किया गया।

सलमान कबीरनगरी के दो वर्ष के अथक प्रयास के बाद ये पुस्तक प्रकाशित हुई है।
विमोचन उपरांत सलमान कबीरनगरी ने कहा की
हम जहाँ रहते है जिस
हवा मे सांस लेते है उसकी भौगोलिक हालत कैसी है इसे जानना हर किसी के लिए बेहद ज़रूरी है ।

जिला बस्ती को पहले दो भागो मे बांटकर ज़िला सिद्धार्थ नगर बना । बस्ती को फिर विभाजित कर महान सूफ़ी संत कबीर दास जी के नाम से खलीलाबाद को ज़िला संत कबीर नगर का दर्जा दिया गया।

इसको बने हुए 27 बरस बीत गए। ज़िले के भौगोलिक एवं इतिहास के बारे में एकत्र जानकारी नही मिलती।जिला संतकबीरनगर के भूगोल में यह प्रयास किया गया है की जनपद से जुड़ी समस्त जानकारी एक जगह मिल जाए।

ये पुस्तक प्राथमिक स्तर के मकतब मदरसे पब्लिक स्कूल के बच्चों के लिए बहुत लाभप्रद है।
मेरे हाथ मे जो किताब है उसका नाम है जुगराफिया जिला संत कबीर नगर
उस मैका पर सरकुदह लोगों ने कहा की
इस किताब को किसी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर को लिखना चाहिए था लेकिन इसको एक नैजवान सहाफी सलमान कबीर नगरी ने कर दिखाया और जिला संत कबीर मे इतिहास रच दिया

मेरी खाहिश है कि इस किताब को ज़िले के सभी मदारिस स्कूलों और कालेजों के निसाब मे दाखिल किया जाए ताकी बच्चे अपने ज़िले के जुगराफिया के बारे मे जान सके।

मै इसके लिए मैं उन को मुबारक बाद पेश करता हूँ और इनके रौशन मुस्तक़बिल के लिए दुआ गो हूँ
इस अवसर पर इलयास खान। आरीफ नदवी। सलाम गोहर बसतवी। मौलाना ताहीर मदनी । असलम फलाही। अदि मोजुद रहे