🟥सूर्ज मणिपाडेय ब्यूरो चीफ बाराबंकी उत्तर प्रदेश

🔴बाराबंकी। जनपद के थाना असंद्रा क्षेत्र में दिनांक 5-9-2022 कि बीती रात अलग-अलग स्थानों से अज्ञात चोरों द्वारा बेश कीमती भैस चोरी से खोल ले गए है। पीड़ित पशुपालकों ने स्थानीय पुलिस से शिकायत की है।
थाना क्षेत्र के ग्राम भवनिया पुर निवासी राधेश्याम यादव का कहना है। कि बीते सोमवार की रात खूटे से बंधी भैंस जिसकी करीब 40,000 कीमत की अज्ञात चोर खोल ले गयेहै इसी पंचायत के मजरे अवधूत गंज गांव निवासी महेश रावत की भैंस को चोर खोल ले गए हैं। जिसकी कीमत लगभग ₹30,000 बताई है। दोनों पीड़ितों ने इसकी लिखित सूचना थाना असंद्रा पुलिस को दिया था। किंतु पशुपालकों की सूचना को अभी तक असद्रा पुलिस ने दर्ज नहीं किया है। उक्त घटना हल्का दरोगा विश्व बंधु सिह के क्षेत्र की है।चूंकि कोई भी पीड़ित अपनी समस्या से संबंधित फरियाद लेकर थाने पर पहुंचता है। या फिर ऊपर उच्च अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देता है। समस्या के निराकरण कराने के लिए यह रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए। तो उसके विरुद्ध केवल धारा 107 /116 सीआर पी सी की कार्यवाही करके पुलिस अपना पल्ला झाड़ लेती है। यही कारण है। कि चोरों के हौसले बुलंद हो गए हैं। तथा वह अपने कारनामे में काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं।

बल्कि असंद्रा पुलिस धन उगाही के चक्कर में पड़ी अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार पांडे के स्थानांतरण हो जाने के कारण अपराधी चुस्त-दुरुस्त एवं सक्रिय हो गए हैं। पुलिस सुस्त हो चुकी है। अब देखना यह है कि थाना रामसनेही घाट मे दो ठिकानों पर हुई अज्ञात चोरी, असंद्रा में दो स्थानों से भैंस खोले जाने के मामले पर संज्ञान अपर पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी नारायण सिंह जी ले पाते हैं या नहीं -?-यह समय के गर्भ में है-?- उधर जनपद केअपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी हो चाहे दक्षिणी हो उनके आदेशों को भी दर किनार करती नजर आ रही है। पुलिस अधीक्षक बाराबंकी अनुराग वत्स एक न्याय प्रिय ईमानदार कानून के जानकार होने के बावजूद जिन लोगों को थाने की कमान सौंपते हैं। वह लोग कुछ ही दिनों के बाद पूरी तरह से उनके इमानदारी पर दाग लगाना शुरु कर देतेहै। उदाहरण के तौर पर अशोक कुमार सिंह थाना अध्यक्ष असंद्रा को हटाकरऔर उनके स्थान पर ध्यानेंद्र सिंह एक चौकी प्रभारी को थाना अध्यक्ष बनाकर पोस्ट किया था।जीनका काला कारनामा जगजाहिर हुआ। और उनके खिलाफ मुकदमा न लिखने के बजाय उन्हें सस्पेंड करके आउट ऑफ जनपद ट्रांसफर भी कर दिया गया है।योगी सरकार कहती है। की मेरे कार्यकाल में अपराध नहीं हो रहाहै। लेकिन धरातल पर अपराध काफी बढ़ा हुआ है। और कागज पर 0 दिखाया जाता है। आखिर क्यों-?