50 लाख सदस्य बनाए जाने का रखा है लक्ष्य

हो सकते हैं कई बड़े उलटफेर

हर 3 साल पर चुनाव कराने का है प्रावधान

✍️डॉ शशि कांत सुमन
🔴पटना। भाजपा से अलग होने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चहलकदमी के साथ जदयू संगठन का चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। बजापते जदयू ने चुनाव की तारीख की भी घोषणा कर दी है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव 10 दिसंबर को होगा। 8 नवंबर तक पार्टी का सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। पार्टी ने इस बार 50 लाख नये सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। 8 नवंबर के बाद पंचायत से राष्ट्रीय स्तर तक चुनाव शुरू हो जायेगा। इसके लिए राज्यसभा सांसद अनिल हेगड़े को निर्वाची पदाधिकारी बनाया गया है। चुनाव को लेकर भी तैयारी शुरू हो गयी है। जल्द ही अन्य निर्वाची पदाधिकारियों की भी घोषणा की जाएगी। जदयू के सांगठनिक चुनाव का इस बार विशेष महत्व है। पार्टी में हर 3 साल पर चुनाव कराने का प्रावधान है। पार्टी चुनाव आयोग के गाइडलाइन के अनुसार ये चुनाव करती है।इस बार भी उसकी तैयारी शुरू हो गई है, राष्ट्रीय परिषद की बैठक 4 सितंबर को हुआ है। ऑनलाइन और जनसंपर्क के माध्यम से सदस्यता अभियान की शुरुआत की गई है। पार्टी की नजर इस बार युवाओं और महिलाओं को अधिक से अधिक सदस्य बनाने पर है। सदस्यता अभियान के बाद चुनाव
जदयू के सांगठनिक चुनाव की शुरुआत 8 नवंबर के बाद ही होगी, जब सदस्यता अभियान समाप्त होगा। आधिकारिक रूप से पंचायत से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक चुनाव की तिथि अभी घोषित नहीं की गयी है, लेकिन तैयारी कर ली गई है। राष्ट्रीय परिषद की बैठक में राज्यसभा सांसद अनिल हेगड़े को निर्वाची पदाधिकारी बनाये जाने का फैसला लिया था और अब जल्द ही अन्य निर्वाची पदाधिकारी की भी घोषणा की जाएगी और उसकी भी तैयारी हो रही है। पंचायत से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक चुनाव होने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष का भी चुनाव होगा। पार्टी में कई बड़े उलटफेर इस बार हो सकते हैं। फिलहाल 10 दिसंबर को राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की तिथि पार्टी ने तय की है। 11 सितंबर से पार्टी बड़े पैमाने पर सदस्यता अभियान की शुरुआत भी कर देगी। 2019 में भी पार्टी ने इसी तरह सदस्यता अभियान चलाया था, लेकिन इस बार पार्टी नेताओं को उम्मीद है कि 50 लाख सदस्य बनाने के लक्ष्य से अधिक सदस्य बनाए जाएंगे।