सी एम कॉलेज, दरभंगा के तत्वावधान में हुई संगोष्ठी,स्थापना दिवस समारोह-2021के सुअवसर पर “अनुसूचित जाति चौपाल : मुद्दे एवं चुनौतियां” विषयक सेमिनार आयोजित

हिम्मत, हौसला व संघर्ष के बल पर चौपाल जाति अपना भाग्य बदलकर राष्ट्र की मुख्य धारा से जुड़े- प्रो वविश्वना

*शिक्षा के प्रचार-प्रसार तथा आपसी एकता व सहयोग से ही होगा चौपाल समाज का सर्वांगीण विकास- डा चौरसिया*

*सी एम कॉलेज के पूर्वी व पश्चिमी भागों को एक करोड़ रुपए तक के व्यय से सेतु निर्माण का करुंगा सार्थक प्रयास- कामेश्वर चौपाल*

*सी एम कॉलेज के सर्वांगीण विकास में करूंगा भरपूर सहयोग- विधायक चन्द्रहास चौपाल*

*अंबेडकर ने समाज में चेतना प्रदान कर संघर्ष ही पृष्ठभूमि तैयार थी,जिसे व्यावहारिक रूप देने की जरुरत- डा प्रभात कुमार*
हिम्मत, हौसला व संघर्ष के बल पर चौपाल जाति अपना भाग्य बदलकर राष्ट्र की मुख्यधारा से जुड़े। चौपाल समाज में शिक्षा के विकास हेतु हर जिला मुख्यालयों में चौपाल-छात्रावास बने। यदि बंजर भूमि को उपजाऊ बनाने की क्षमता रखेंगे,तभी चौपाल जाति की वास्तविक उन्नति होगी। उक्त बातें सी एम कॉलेज,दरभंगा के प्रधानाचार्य प्रो विश्वनाथ झा ने महाविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह-2021 के सुअवसर पर ‘चौपाल जाति महासभा, बिहार तथा महाविद्यालय समाजशास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वावधान में “अनुसूचित जाति चौपाल : मुद्दे एवं चुनौतियां” विषयक संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में कहा। उन्होंने घोषणा की कि यदि चौपाल जाति का दरभंगा में छात्रावास बनेगा तो अपनी ओर से मैं एक लाख रुपये का दान दूंगा। ज्ञातव्य है कि प्रो विश्वनाथ झा ने पूर्व में ‘चौपाल जाति का सच’ नामक पुस्तक लिखकर समाज में हर तरह के जागृति लाने का सार्थक प्रयास किया है।
अध्यक्षीय संबोधन में पूर्व विधान पार्षद एवं समाजसेवी कामेश्वर चौपाल अशिक्षा,गरीबी, बेरोजगारी, अंधविश्वास, नशाखोरी तथा समाज में पहचान को चौपाल जाति की मुख्य समस्या बताते हुए जनगणना में खतवे की जगह मूल जाति चौपाल दर्ज करने का आग्रह किया। यदि हम शिक्षित, संगठित होकर संघर्ष करें तो काल भी चौपाल को नहीं हरा सकता। उन्होंने प्रधानाचार्य प्रो विश्वनाथ झा की मांग पर महाविद्यालय के पूर्वी एवं पश्चिमी भागों को 1 करोड़ रुपए तक के व्यय से सेतु निर्माण कराने के सार्थक प्रयास का संकल्प व्यक्त किया।
मुख्य अतिथि के रूप में संस्कृत विभागाध्यक्ष डा आर एन चौरसिया ने कहा कि शिक्षा के प्रचार-प्रसार तथा आपसी एकता व सहयोग से ही होगा चौपाल समाज का सर्वांगीण विकास। शिक्षा एक बहुमुखी प्रक्रिया है, जिससे विकास का हर दरवाजा खोला जा सकता है। शिक्षा हमें सिर्फ ज्ञानवान ही नहीं बनाती, वरन् उत्तम चरित्र एवं संपूर्ण व्यक्तित्व का निर्माण भी करती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के विकास से ही चौपाल जाति धनी, सुखी, कुशल तथा नैतिक रूप से सबल बन सकता है।
समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डा पी के चौधरी ने कहा कि अंबेडकर ने समाज में चेतना प्रदान कर संघर्ष कि जो पृष्ठभूमि तैयार की थी,उसे आज व्यावहारिक रूप देने की जरूरत है। उन्होंने कामेश्वर चौपाल को मिथिलांचल तथा राष्ट्र की धरोहर बताते हुए उन्हें सामाजिक समरसता का प्रतीक कहा। संगोष्ठी को डॉक्टर मयंक श्रीवास्तव सहित राजेंद्र चौपाल, कुशेश्वर चौपाल, शिवजी चौपाल, कैलाश चौपाल, रामबाबू चौपाल तथा विशेश्वर चौपाल आदि ने भी संबोधित किया।
महाविद्यालय के सेमिनार हॉल में आयोजित संगोष्ठी का संचालन दिनेश चौपाल ने किया,जबकि अतिथि स्वागत वसीपट्टी पंचायत के पूर्व मुखिया रामचंद्र मंडल ने किया। वहीं सिंघेश्वरस्थान के विधायक चन्द्रहास चौपाल ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि मैं आज जो कुछ भी हूं, कामेश्वर चौपाल के कारण ही हूं। उन्होंने सी एम कॉलेज के सर्वांगीण विकास में भरपूर सहयोग करने का आश्वासन दिया।