🔴वाराणसी। बेसिक शिक्षा परिषद वाराणसी में कार्यरत शिक्षक मिथिलेश कुमार सिंह अलग-अलग क्षेत्रों में नवीन तकनीकी व शिक्षण के नए नए प्रतिमान स्थापित करते हैं !बच्चों के शिक्षणको उपयोगी बनाने के लिए बाल सृजन, बाल पहेली और खेल- खेल में शिक्षण पद्धति को बढ़ावा देने के लिए अनेक प्रकार की गतिविधियां तैयार कर शिक्षा व्यवस्था को सुधार रूप से संपन्न करते हैं परिषदीय विद्यालयों को नवोदय विद्यालय की कक्षा सायं कालीन गूगल मीट से लगातार दे रहे हैं। राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर अनेक कविताएं स्लोगन ,सामाजिक जागरूकता भ्रष्टाचार निवारण आदि अनेक बिंदुओं पर काव्य सृजन करके हिंदी के उत्थान में भी महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं। काशी कविता मंच के राष्ट्रीय पटल के माध्यम से अंग्रेजी ,संस्कृत संभाषण शिविर आदि का आयोजन कर लोगों को लाभान्वित करने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं । आपको बताते चलें कि फरवरी 2009 में नियुक्त शिक्षक अनेक पुरस्कारों को प्राप्त किया है तथा उच्चाधिकारियों के द्वारा उनकी कार्यशैली को बराबर सराई जाती है शांत प्रवृति के शिक्षक दूसरों के हित की सोचने वाले तथा सामाजिक सरोकारों से जुड़े हुए परोपकार के कार्यों में रुचि रखते हैं वरिष्ठ समाजसेवी शिक्षक और साहित्यकार के रूप में वाराणसी जनपद में अपना कीर्तिमान स्थापित किए हुए हैं। अनेक राष्ट्रीय पटलों पर सलाहकार के पद पर कार्य करते हैं तथा शिक्षण के नए नए प्रतिमान स्थापित कर देश विदेश के प्रमुख साहित्यकारों से विद्वानों के माध्यम से नवीन तकनीकी लाकर बेसिक शिक्षा के गुणात्मक के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं इनके कार्य की सराहना जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी वाराणसी खंड शिक्षा अधिकारी बड़ागांव, एआरपी सतीश कुमार सिंह ,पंकज कुमार त्रिपाठी राजाराम यादव ,विजय कुमार सिंह ,रंजन कुमार पाठक इनकी कार्यशैली को सराहा है। और आगे आने वाले दिनों में भी शिक्षा में अनेक प्रकार के समाचारों को साझा करेंगे।